ऐपल कंपनी ने iPhone 15 को लॉन्च कर दिया है। अब इसके खास फीचर्स एक- एक कर सामने आ रहे हैं। कुछ फीचर्स के बारे में लोगों को लॉन्चिंग के पहले से ही जानकारी मिल गई थी। इस बार लुक और डिजाइन को आकर्षक बनाने के साथ ही आईफोन सीरीज में डायनैमिक आइलैंड दिया गया है। इसके साथ ही कैमरे की क्वालिटी को और भी ज्यादा सही करने की कोशिश की गई है। अब सभी आईफोन में 48MP कैमरा देखने को मिलेंगे। इस बार फोन की GPS में बदलाव किया गया है। इसे लेकर काफी चर्चा हो रही है। आइए जानते हैं, इसरो का GPS क्या है और कैसे काम करता है।
इस iPhone 15 मॉडल में मिलेंगे इसरो का GPS
ऐपल कंपनी ने iPhone 15 Pro और iPhone 15 Pro Max में इसरो का GPS देने का निर्णय लिया है। ये मॉडल्स इंडियन सैटेलाइट नेविगेशन सिस्टम को सपोर्ट करते हैं। पहली बार ऐपल की तरफ से ये फैसला लिया गया है। अब आईफोन चलाने वाले लोग कोई विदेशी नहीं बल्कि भारतीय जीपीएस सिस्टम का इस्तेमाल कर सकेंगे। इससे भारतीय यूजर्स को मैप देखने में आसानी होगी।
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इसरो का NavIC क्या है और कैसे करता है काम?
इसरो की तरफ से साल 2018 में NavIC को भारत में पेश किया गया था। यह एक भारतीय स्टैंडअलोन नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम है। इसके जरिए भारत और इसके आस के क्षेत्रों की बिल्कुल सही जानकारी मिल जाती है। इसे कुल 7 सैटेलाइट और ग्राउंड स्टेशनों के एक नेटवर्क से जोड़ कर डिजाइन तैयार किया गया है।
NavIC से iPhone महंगे होंगे
रॉयटर्स के अनुसार देशी जीपीएस सिस्टम लगाने से iPhone की कीमत अन्य देशों के मुकाबले भारत में ज्यादा हो सकती है। भारत सरकार की तरफ से साफतौर पर कहा गया है कि स्मार्टफोन में विदेशी ब्रांड्स की जगह NavIC का इस्तेमाल हो। इसके लिए फोन में अलग से हार्डवेयर लगाने या इसे बदले की जरूरत पड़ सकती है। हार्डवेयर एड करने के कारण स्मार्टफोन की कीमत बढ़ सकती है।