Adani Group Shares: जाने माने उद्योगपति गौताम अडानी के शेयरों में जबर्दस्त उछाल देखी गई है। उनका स्टॉक तेजी से उपर गया है। अडानी ग्रुप के स्टॉक बाजार को नई ऊंचाई पर ले गए हैं। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयर्स के दाम बहुत गिर गए थे और उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा था। कई लोगों को उम्मीद भी नहीं रही होगी कि अडानी के शेयर फिर से इतनी जल्दी और इस तेजी से उठने लगेंगे। अडानी ग्रुप के स्टॉक में जितनी बढ़ोतरी हुई है शायद ही उसकी कल्पना की जा सकती है। बुधावार और आज गुरुवार को भी अडानी ग्रुप के शेयर धमाल मचा रहे हैं।
कहा जा रहा है कि अडानी ग्रुप का शेयर रॉकेट की गति से बढ़ रहा है। मार्केट में तेजी के बीच अडानी ग्रुप के शेयरों के दाम बढ़ने से निवेशकों को काफी फायदा हुआ है। इसके साथ ही गौतम अडानी मुकेश अंबानी के करीब आ गए हैं साथ ही वे दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में टॉप 15 में आ गए हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही वे टॉप 10 में भी आ जाएंगे। आखिर क्या वजह जिससे अडानी ग्रुप के स्टॉक इतनी तेजी से छलांग लगा रहे हैं।
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जनवरी में काफी गिरे शेयर के दाम
अडानी की दौलत एक दिन के अंदर 12.3 बिलियन डॉलर बढ़ी। इस समय अडानी की कुल नेटवर्थ 80 बिलियन डॉलर के करीब है। इससे पहले जब अडानी दुनिया की टॉप 5 अमीर लोगों में शामिल हुए थे तब उनकी नेटवर्थ 100 बिलियन डॉलर से भी ज्यादा थी। इस समय मुकेश अंबानी की कुल नेटवर्थ 91.4 बिलियन डॉलर है। जनवरी 2023 में अडानी के एक शेयर का दाम 3800 रुपये के आसपास था।
देखें अडानी ग्रुप को लेकर ये रिपोर्ट
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से लगा झटका
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद यह घटकर 1000 रुपये प्रति शेयर तक चला गया था। इससे ग्रुप को बड़ा झटका लगा था। आडानी ग्रुप की लिस्टेड कुल 10 कंपनियों के शेयर बहुत ज्यादा गिर गए थे। इस वजह से उनकी कुल दौलत में 69 बिलियन डॉलर कमी आई थी। इस वजह से वे दुनिया के टॉप 3 लोगों की सूची से बाहर हो गए थे। यहां तक कि वे टॉप 30 में भी नहीं थे।
किस वजह से आया शेयरों में उछाल
अडानी ग्रुप के शेयरों में यह सारा उछाल सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद आया है। सेबी ने कोर्ट को बताया कि उसने अडानी ग्रुप पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट की जांच पूरी कर ली है। सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने कहा था कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को तथ्यात्मक तौर पर सही मानने की जरूरत नहीं है। इस मामले में सेबी पर संदेह नहीं किया जा सकता। कोर्ट की सकारात्मक टिप्पणी के बाद ग्रुप के स्टॉक बढ़े। चुनाव के नतीजों के बाद भी शेयरों में जबर्दस्त उछाल देखने को मिला।
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