Nutan Death Anniversary: नूतन वो अभिनेत्री थीं, जो अपने दमदार अभिनय के साथ-साथ अपनी सादगी के लिए जानी जाती थीं। हिंदी सिनेमा की वो मंझी हुई और शानदार एक्ट्रेस कहलाई। 45 साल के फिल्मी करियर में नूतन ने बहुत सी उम्दा फिल्में दी और 9 बार बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड जीता। नूतन अब हम लोगों के बीच मौजूद नहीं हैं लेकिन अपनी यादगार फिल्मों की वजह से वो हमेशा अपने फैंस के दिल में हैं। 21 फरवरी 1991 को नूतन ब्रेस्ट कैंसर से लड़ते हुए चल बसीं। उनकी 32वीं पुण्यतिथि पर यहां पढ़िए एक्ट्रेस के अनसुने किस्से…
मां और नानी की राह पर चलकर बनीं एक्ट्रेस
4 जून 1936 को नूतन का जन्म हुआ था। वो शोभना समर्थ और कुमारसेन समर्थ की पहली औलाद थी। नूतन से छोटे उनके तीन भाई बहन थे, बहन तनुजा, चतुरा और भाई जयदीप। तनुजा और नूतन तो अपनी मां शोभना और नानी रतन बाई की तरह एक्ट्रेस बनीं लेकिन उनकी बहन चतुरा और भाई जयदीप ने फिल्म स्टार बनने का नहीं सोचा। नूतन की पहली फिल्म नल दमयंती थी जिसमें उन्होंने बाल कलाकार के तौर पर काम किया था।
स्विटजरलैंड के फिनिशिंग स्कूल में पढ़ी
नूतन को फिल्म मुगल-ए-आजम में अनार कली का रोल मिला था लेकिन उस वक्त उनकी उम्र सिर्फ 14 साल की थी और उन्होंने इस मेगा फिल्म में काम करने से इंकार कर दिय़ा था। नूतन उस दौरान बहुत दुबली थी और बॉलीवुड में करियर बनाने के लिए परेशान रहती थीं तब उनकी मां ने उन्हें फिनिशिंग स्कूल ज्वॉइन करने के लिए स्विटजरलैंड भेज दिया था और खुद शोभना समर्थ मुंबई छोड़ मसूरी रहने चली गईं। । स्विटजरलैंड में बिताए उस एक साल को नूतन अपनी जिंदगी के सबसे अच्छे पल मानती थीं।
फिल्म सीमा के लिए चुनी गईं बेस्ट एक्ट्रेस
स्विटजरलैंड से लौटने के बाद नूतन ने मिस मसूरी का खिताब जीता और फिर वो फिल्मों में लौटी 1955 में नूतन ने बलराज साहनी के साथ फिल्म सीमा में काम किया। इस फिल्म में उनकी बहुत तारीफ हुई और उन्होंने बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड भी जीता। सीमा के अलावा सुजाता, बंदिनी, मिलन, मैं तुलसी तेरे आंगन की और सौदागर के लिए नूतन बेस्ट एक्ट्रेस चुनी गईं।
राजेन्द्र कुमार-शम्मी कपूर को था नूतन से प्यार
कहा जाता है कि राजेन्द्र कुमार नूतन से बहुत प्यार करते थे और शादी करना चाहते थे । जुबली कुमार नूतन की मां के पास रिश्ता लेकर भी गए थे लेकिन शोभना समर्थ ने उनकी बेइज्जती कर दी थी और शादी से साफ इंकार कर दिया था। नूतन के प्यार में कभी शम्मी कपूर भी गिरफ्तार हुए। शम्मी कपूर और नूतन दोनों बचपन से ही एक-दूसरे को जानते थे। बड़े हुए तो दोनों एक-दूसरे को डेट करने लगे। दोनों के परिवारों में अच्छा दोस्ताना भी था। शम्मी कपूर नूतन से शादी करना चाहते थे पर नूतन की मां शोभना समर्थ इस रिश्ते के लिए नहीं मानी।
संजीव कुमार को शूटिंग के सेट पर मारा था थप्पड़
कहते हैं संजीव कुमार के मन में भी नूतन के लिए चाहत जागी थी। ये उस वक़्त की बात है जब फिल्म देवी में दोनों साथ काम कर रहे थे। उस वक्त एक मैगजीन में खबर छप गई कि नूतन और संजीव कुमार का अफेयर चल रहा है। उस समय नूतन शादीशुदा थीं और उनका एक बच्चा भी था। ऐसे में जब नूतन को ये सब पता चला कि ये सारी खबरें संजीव कुमार ने फैलाई तो ये जानकर वो अपने गुस्से पर काबू नहीं कर पाईं और सेट पर ही संजीव कुमार के गाल पर थप्पड़ मार दिया।
नेवी ऑफिसर रजनीश बहल से की शादी
11 अक्टूबर 1959, में नूतन ने नेवी ऑफिसर रजनीश बहल से शादी कर ली और उसके बाद उन्होंने अनाड़ी, सुजाता, बंदिनी, छलिया , तेरे घर के सामने , मिलन और खानदान जैसी सुपर हिट फिल्में दी। नूतन के करियर में उनके पति का बेहद सहयोग रहा। उन्होंने नूतन को फिल्मी करियर में हमेशा सपोर्ट किया। वहीं साल 1989 में जब नूतन को ब्रेस्ट कैंसर हुआ तो उनके पति ने इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ी लेकिन फिर नूतन को बचाया नहीं जा सका। नूतन के निधन के तेरह साल बाद साल 2004 में उनके पति अपार्टमेंट में आग लगने की वजह से चल बसें।
बोल्ड-बिंदास नूतन
1958 में आई फिल्म दिल्ली का ठग में नूतन बिकिनी पहनकर स्वीमिंग पुल में छलांग लगाती दिखी थी। हमेशा नूतन को साड़ी में देखने वाले लोग उनका ये रूप पचा नहीं पाए और उनकी काफी आलोचना हुई लेकिन यहां भी नूतन बेपरवाह दिखी। नूतन अपने जीवन को शांत रखना चाहती थीं लेकिन उतार-चढ़ाव आते रहे, पर वे मजबूत बनी रहीं। मीडिया कभी उनके कपड़ों को लेकर पीछे पड़ जाता, कभी उनके गुस्से को लेकर।
नूतन ने मां को कोर्ट ने घसीटा
नूतन की निजी ज़िंदगी भी बेहद दिलचस्प रही यूं तो नूतन अपनी निजी ज़िंदगी को हमेशा विवादों से दूर रखना चाहती थीं, वो बात अलग है कि ना चाहते हुए भी नूतन किसी ना किसी विवाद में फंस जाती थी। फिल्म इंडस्ट्री में नूतन के बहुत ज्यादा दोस्त नहीं रहे। वहीं परिवार वालों से भी उनकी बहुत नहीं बनती थी। अंतिम दिनों में मां शोभना समर्थ को प्रॉपर्टी विवाद में कोर्ट तक भी वे ही ले गई छोटी बहन तनूजा से कई साल बातचीत बंद रही, जबकि बहन चतुरा और भाई जयदीप से रूठकर फिर मान गई। 20 सालों तक नूतन ने मां शोभना और बहन तनुजा से बात नहीं की, साल 1983 में मामला सुलटा और फिर रिश्ते सुधरे।
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