Untold Story Of Piyush Mishra: कई बार ऐसा होता है कि आपका काम बेहद शानदार होता है, लेकिन कुछ बुरी आदतें अगर आप लग जाती हैं, तो वो इसे पूरी तरह से बिगाड़ कर रख देती हैं। इसमें फिर चाहे आम इंसान हो या फिर कोई सितारा। बुरी आदतों से कभी किसी का भला नहीं हुआ है।
आज हम आपको साल 1996 के एक ऐसे कलाकार के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी एक बुरी आदत ने उन्हें गिराया, लेकिन फिर वो कैसे उठे और उन्होंने अपना जीवन संवारा। आइए जान लेते हैं..
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स्वभाव से जिद्दी पीयूष
90 के दशक में एक ऐसा कलाकार जो दिल्ली में शो चलाया करता था और अपनी अदाकारी के दम पर हर किसी के दिल में जगह बना लेता था। हम बात कर रहे हैं पीयूष मिश्रा की, जो एक फैमिलीमैन के किरदार में आए और धमाल मचा दिया। वैसे तो पीयूष बचपन से ही बेहद चंचल थे क्योंकि 15 साल ही उम्र में ही उन्हें अपनी टीचर से प्रेम हो गया था। समय गुजरता रहा और स्वभाव से जिद्दी पीयूष हर रोज जो रहा था उसे देखकर एक अलग ही किरदार में ढलते जा रहे थे। इसलिए वो दिनभर थिएटर में जमकर पसीना बहाते और फिर रात में शराब का सहारा लेते थे।
सूरज बड़जात्या ने दिया फिल्म का ऑफर
सालों-साल पीयूष का यही सब चलता रहा और फिर एक दिन डायरेक्टर सूरज बड़जात्या ने उन्हें अपनी फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ का ऑफर दिया, लेकिन पीयूष तो अपनी एक अलग ही दुनिया में थे और उन्होंने इस पर कोई ध्यान ही नहीं दिया। इसके बाद इस फिल्म के लिए सलामन खान को लीड रोल में लिया गया और इससे वो सुपरस्टार बने।
‘एन ईवनिंग विथ पियूष मिश्रा’
इसके बाद उन्होंने साल 1996 में अपना शो बनाया, जिसका नाम था ‘एन ईवनिंग विथ पियूष मिश्रा’ (An Evening With Piyush Mishra)। हर किसी पर पीयूष के शो का ऐसा खुमार चढ़ने लगा कि मुंबई तक डायरेक्टर्स इसके दीवाने होने लगे। इसके बाद पीयूष ने भी मायानगरी का रुख किया। कई छोटी फिल्मों में काम करने के बाद डायरेक्टर अनुराग कश्यप ने पियूष मिश्रा को फिल्म के गाने लिखने और बनाने का ऑफर दिया। जैसे ही उन्हें ये ऑफर मिला तो उन्होंने गाने लिखे और कंपोज भी कर डाले।
रातों-रात बदल गई जिंदगी
फिल्म में पीयूष के गानों ने तो जैसे कमाल ही कर दिया हो और इससे उनकी जिंदगी रातों-रात बदल गई। आखिरकार कभी थिएटर में रहने वाले इस कलाकार की मेहनत रंग लाई और वो सुपरस्टार बन गए।