Solanki Diwakar: हर किसी का अपना एक सपना होता है और अलग शोक होते हैं। अपनी लाइफ में सक्सेस के लिए सभी मेहनत करते हैं। फिल्म इंडस्ट्री में भी कुछ ऐसा ही है। कुछ ऐसे लोग होते हैं, जो अपनी बेहद आगे निकल जाते हैं तो कुछ ऐसे भी हैं, जो एडी-चोटी का जोर लगा लेते हैं फिर भी उन्हें सफलता नहीं मिलती है।
आज हम आपको एक ऐसे ही कलाकार के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने ग्लोबल स्टार प्रियंका चोपड़ा की फिल्म ‘द व्हाइट टाइगर’ और आयुष्मान खुराना स्टारर ‘ड्रीम गर्ल’ में काम किया, लेकिन फिर भी उन्हें पहचान नहीं मिली। आइए जानते हैं इनके बारे में…
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कई बॉलीवुड फिल्मों में दिखाया अपने अभिनय का जलवा
दरअसल, हम बात कर रहे हैं एक्टर सोलंकी दिवाकर की, जिन्होंने एक-दो नहीं बल्कि कई बॉलीवुड फिल्मों में अपने अभिनय का जलवा दिखाया है। नामी-गिरामी सितारों के साथ काम करने के बाद भी सोलंकी पाई-पाई को मोहताज है और फल बेचकर अपना गुजारा कर रहे हैं। एक्टिंग से दूर सोलंकी के दिन बेहद मुश्किले भरे हैं। दो बच्चों का पिता मुश्किल से अपना गुजारा कर रहा है।
भूख ऐसी चीज है, जो मेरे दोनों बेटों का मार डालती- सोलंकी
मायानगरी से दूर सोलंकी दिल्ली में फल बेचकर अपना गुजारा कर रहे हैं। इसके साथ ही बता दें कि अपने एक इंटरव्यू में उन्होंने खुद इसके बारे में बात की थी। वहीं, ये तो सभी जानते हैं कि कोरोनावायरस से हर किसी की लाइफ पर असर हुआ है। आम से लेकर सितारों तक पर कोरोना ने असर किया। इस दौरान बहुत से लोगों को बेरोजगार होना पड़ा, जिसमें से सोलंकी का भी एक नाम है। अपने इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि मुझे मेरा रेंट देना था। परिवार के खर्चों को पूरा करने के लिए पैसो की भी जरुरत थी, इसलिए मैंने फल बेचना शुरू कर दिया, क्योंकि भूख ऐसी चीज है, जो मेरे दोनों बेटों का मार डालती।
इस टाइम फल बेचकर परिवार को पाल रहा हूं- सोलंकी
इसके आगे उन्होंने कहा कि अगर मैं फिल्मों में काम कर के ठीक-ठाक पैसा कमा लेता, तो आज मुझे फल नहीं बेचना पड़ता। अगर मुझे पूरे साल काम मिलता रहे तो मुझे अपने परिवार की जरूरतें पूरी करने के लिए ये काम नहीं करना पड़ेगा, लेकिन पेट भरने के लिए कुछ ना कुछ तो करना ही पड़ता है। इसलिए मैं इस टाइम फल बेचकर परिवार को पाल रहा हूं।