हिंदी सिनेमा से जुड़ी कई शख्सियत ऐसी हैं, जो भले ही आज इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनका काम आज भी लोगों के दिलों में उनकी याद बनकर रहता है। इस लिस्ट में फिल्म एक्टर, एक्ट्रेसेस और डायरेक्टर तक शामिल हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही फिल्म डायरेक्टर के बारे में बता रहे हैं, जो भले ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी फिल्में जिंदगी की हकीकत को दिखाया करती थी। आइए जानते हैं कि यहां हम किसकी बात कर रहे हैं?
सत्यजीत रे
दरअसल, हम हिंदी सिनेमा के पॉपुलर डायरेक्टर सत्यजीत रे के बारे में बात कर रहे हैं। आज 2 मई को सत्यजीत रे का बर्थडे है। इस खास मौके पर हम आपको उनके बारे में बता रहे हैं। सत्यजीत रे की फिल्में इतनी खास होती थी कि उनकी फिल्मों के डायलॉग बेहद गहरी बात कहते थे और लोगों के दिलों पर एक अलग ही छाप छोड़ जाते थे। आज भी लोगों ने जहन में उनकी कई फिल्मे होंगी।
हॉलीवुड की फिल्मों से ली सीख
सत्यजीत रे ना सिर्फ एक पॉपुलर डायरेक्टर थे बल्कि वो एक महान राइटर, कलाकार, चित्रकार और गीतकार भी थे। भले ही उन्होंने फिल्मों के बेहद खास जानकारी थी, लेकिन उन्होंने कभी भी फिल्ममेकिंग की शिक्षा नहीं ली थी। सत्यजीत रे ने हॉलीवुड की फिल्में देख-देखकर खुद को इतना निखार लिया था कि वो हिंदी सिनेमा की जान बन गए थे।

Satyajit Ray
सत्यजीत रे को मिला ‘आस्कर’
फिल्मों को लेकर उनके प्यार और सोच की वजह से ही सत्यजीत रे को ‘ऑस्कर ऑनरी अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया था। इसमें खास बात ये है कि सत्यजीत ऐसा करने वाले अभी भी इकलौते भारतीय हैं। हालांकि, इसके अलावा उन्हें दादा साहब फाल्के अवॉर्ड सहित तमाम अवॉर्ड्स मिले हैं। सत्यजीत की फिल्मों में एक अलग ही बात हुआ करती थी और वो सामाजिक मुद्दों पर बात करती थीं।
सत्यजीत की फिल्मों में होती थी सच्चाई
सत्यजीत अपनी फिल्मों में हकीकत दिखाने की कोशिश करते थे और इसमें वो कामयाब भी हुए। यही वजह है कि आज भी लोगों के दिलों में उनकी एक अलग ही जगह है। सत्यजीत रे को सिनेमा का जीनियस कहा जाता था। आज भी लोग उनकी फिल्मों से सीख लेते हैं। ना सिर्फ भारत बल्कि विदेशों में भी लोग उनके काम के कायल हुआ करते थे।
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