Faraaz Khan Tragic Death: साल 1998 में रिलीज हुई फिल्म ‘मेहंदी’ तो याद होगी. ये भले ही बॉक्स ऑफिस पर खास कमाल नहीं दिखाई पाई थी लेकिन, फीमेल सेंट्रिक इस फिल्म को क्रिटिक्स ने काफी पसंद किया था. इसमें एक्ट्रेस रानी मुखर्जी ने लीड रोल प्ले किया था. इसमें उनके साथ एक और अभिनेता थे. उनका नाम फराज खान है. उन्होंने इसमें नेगेटिव भूमिका निभाया था. उन्होंने अपने करियर में कई फिल्में की थी लेकिन, स्टारडम का स्वाद चख नहीं पाए थे. जबकि उनके पिता यूसुफ खान सिनेमा जगत के फेमस विलेन थे. दोनों ही बाप-बेटे विलेन के लिए काफी पसंद किए गए. लेकिन, इनका अंत भी लगभग एक जैसा ही हुआ था. जहां पिता ने 45 साल की उम्र में दुनिया को छोड़ दिया था वहीं, बेटे फराज खान का भी 50 साल की उम्र में निधन हो गया था. ऐसे में चलिए बताते हैं इस फ्लॉप स्टार किड के बारे में.
फराज खान का निधन 4 नवंबर, 2020 को हुआ था. बताया जाता है कि उन्हें गंभीर बीमारी थी. उन्होंने करियर की शुरुआत में चंद फिल्मों में काम किया लेकिन, इंडस्ट्री से दूरी बनाने के बाद वह गुमनाम जिंदगी जीने पर मजबूर हो गए थे. अंतिम घड़ी में ऐसा हो गया था कि उनके पास खुद के इलाज के लिए पैसे तक नहीं बचे थे. ऐसे में सलमान खान और पूजा भट्ट ने इलाज के लिए उनकी आर्थिक मदद की थी. हालांकि, फराज की जान कोई बचा नहीं पाया.
यह भी पढ़ें: ‘बॉर्डर उसका फर्ज है…’, ‘बॉर्डर 2’ से जारी हुआ वरुण धवन का फर्स्ट लुक पोस्टर, फैंस बोले- ‘1000 करोड़ पार करेगी’
यूसुफ खान के बेटे थे फराज खान
फराज खान बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता यूसुफ खान के बेटे थे. ये वही यूसुफ खान थे जिन्होंने मिताभ बच्चन की कई फिल्मों में अभिनय किया था. उन्हें जिबिस्को के नाम से जाना जाता है. याद दिला दें कि फिल्म ‘अमर अकबर एंथनी’ में एक गाना ‘माय नेम इज एंथनी गोंजालविस’ था, जिसके बाद परवीन बॉबी के जिस बॉडीगार्ड से अमिताभ बच्चन की फाइट होती है, वो कोई और नहीं बल्कि फराज खान के पिता यूसुफ खान ही होते हैं. उनकी मौत भी कम उम्र में हो गई थी. अच्छे कद-काठी की वजह से वह नेगेटिव रोल में काफी जंचते थे. बताया जाता है कि उनके दिमाग में एक बीमारी पनप रही थी, जिसने ब्रेम हैमरेज का रूप ले लिया था. उनकी मौत को लेकर किस्सा ये भी रहा है कि वह किसी शूटिंग के लिए लोकेशन पर जा रहे थे तभी उनका पैर लड़खड़ा गया और वो गिर गए थे. अस्पताल गए तो उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था.
यह भी पढ़ें: ‘मेरा एक ही दोस्त था…’, इरफान खान को याद कर इमोशनल हुए तिग्मांशु धूलिया, ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ पर भी बोले
फराज खान का करियर
वहीं, स्टार किड होने के नाते फराज खान को फिल्मों में ब्रेक आसानी से मिल गया था. साल 1969 में आई फिल्म ‘फरेब’ से उन्होंने डेब्यू किया था. फिर वो सुनील शेट्टी की एक फिल्म ‘पृथ्वी’ में दिखे. लेकिन, उनके काम को 1998 में आई रानी मुखर्जी की फिल्म ‘मेहंदी’ में ज्यादा पसंद किया गया. उनकी नेगेटिव भूमिका ने लोगों का दिल जीत लिया था. हालांकि, फिल्म फ्लॉप रही थी. इसमें फराज ने रानी के लोभी और बिगड़ैल पति का रोल प्ले किया था. फिल्म भले ही चर्चा में रही. उनके रोल को पसंद किया गया लेकिन, इसका फायदा फराज के करियर को नहीं मिला.

फराज खान ने कुछ फिल्मों में तो काम किया लेकिन, उन फिल्मों में कोई दम नहीं दिखा. इसका नतीजा ये हो गया कि एक्टर ने फिल्मों से दूरी बना ली. उन्हें काम मिलना भी बंद हो गया. फिर उन्होंने टीवी शोज का रुख किया. मगर उनका करियर यहां भी नहीं चल पाया. माना जाता है कि वह अच्छा रोल तो करना चाहते थे लेकिन शायद उन्हें कभी ये करने के लिए मिला नहीं. इसलिए वह यहां भी ज्यादा समय तक नहीं टिके और काम करना बंद कर दिया.
यह भी पढ़ें: ‘पूजा कराने के 2 लाख लेते हैं…’, सुनीता आहूजा ने पुरोहित पंडित के खिलाफ दिया बयान, तो गोविंदा को मांगनी पड़ी माफी
‘मैंने प्यार किया’ के लिए पहली पसंद थे फराज खान
इसके साथ ही किस्सा टीवी के अनुसार, बताया जाता है कि फराज खान को लेकर ये बातें भी होती रही हैं कि सूरज बड़जात्या ने फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ में सलमान खान से पहले फराज खान को कास्ट किया था लेकिन, फिल्म शुरू हो पाती उससे पहले एक्टर को पीलिया हो गया था, जिस वजह से उनका लंबा इलाज चला. तभी मजबूरन सूरज बड़जात्या को सलमान खान को कास्ट करना पड़ा था. ऐसे में माना जाता है कि अगर फराज बीमार ना होते तो ‘मैंने प्यार किया’ उनकी डेब्यू फिल्म होती.
दर्दनाक था फराज खान का अंत
फराज खान का अंत बेहद ही दर्दनाक रहा था. बताया जाता है कि साल 2010 के बाद वह बीमार रहने लगे थे और अक्सर घर पर ही रहते थे. उन्हें साल 2019 में बैंगलुरू के एक अस्पताल में एडमिट कराया गया था. बताया जाता है कि इलाज के लिए करीब 25 लाख रुपये लगने थे, जो उनके पास नहीं थे. फिर जब इसकी जानकारी सलमान खान को मिली तो उन्होंने पूरा बिल पे किया था. वह ठीक महसूस करने लगे थे. बाद में खबर उनके निधन की आई तो पता चला कि उनके फेफड़ों में इंफेक्शन हो गया था, जो उनके दिमाग तक पहुंच गया था. 50 साल की उम्र में उनका अपने पिता के जैसा ही हाल हो गया था. दोनों की मौत की उम्र में ज्यादा अंतर नहीं रहा.
यह भी पढ़ें: ‘मुन्नाभाई MBBS’ का वो एक्टर जो 10 साल से है लापता, फिल्मों के साथ-साथ परिवार से भी हुआ दूर!










