Pushpa 2 Stampede: संध्या थिएटर में 4 दिसंबर को मची भगदड़ का मामला राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (NHRC) तक पहुंच गया है। मामले में एक शिकायत आयोग की दी गई है। जिसके बाद आयोग ने तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक (DGP) और हैदराबाद के पुलिस आयुक्त (CP) को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। पुलिस से पूछा गया है कि उसने 4 दिसंबर को संध्या थिएटर में फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान हुई भगदड़ पर क्या कार्रवाई की? चार सप्ताह का समय देकर विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट (ATR) मांगी गई है।
यह भी पढ़ें:कासगंज के चंदन गुप्ता हत्याकांड में 28 आरोपी दोषी करार, कल सजा सुनाएगी NIA कोर्ट
आयोग को वकील रामा राव इम्मनेनी ने शिकायत दी है। शिकायत में आरोप लगाया है कि भगदड़ में रेवती नाम की पीड़िता की मौत हुई थी। महिला फिल्म पुष्पा 2 के प्रीमियर शो के दौरान संध्या थिएटर में आई थी। चिक्कड़पल्ली पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के बाद महिला ने अपनी जान गंवा दी। प्रीमियर शो में अभिनेता अल्लू अर्जुन भी शामिल हुए थे।
यह भी पढ़ें:MahaKumbh 2025: 40 हजार रिचार्जेबल बल्बों से रोशन होगा मेला, बिजली पर 400 करोड़ खर्च करेगी UP सरकार
शिकायत के अनुसार पुलिस के लाठीचार्ज करने के बाद भगदड़ मची। रेवती के साथ उसका बेटा भी गंभीर रूप से घायल हो गया था। बाद में रेवती की मौत हो गई। नोटिस के अनुसार शिकायत में जिक्र किया गया है कि जब अल्लू अर्जुन ने थिएटर में प्रवेश किया तो पुलिस ने लाठीचार्ज किया। आयोजकों ने भीड़ को कंट्रोल करने के कोई प्रबंध नहीं किए थे। घटना के बाद देशभर में गुस्सा है। एनएचआरसी के अनुसार पहले भी कई हाईप्रोफाइल घटनाएं हो चुकी हैं। जिसमें पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगे हैं। फिलहाल नोटिस के जवाब में पुलिस की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
अल्लू अर्जुन हुए थे अरेस्ट
रामाराव की शिकायत के अनुसार कहा गया है कि अगर पुलिस सही व्यवस्था करती तो स्थिति नहीं बिगड़ती। एनएचआरसी से जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। फिलहाल तेलंगाना राज्य मानव अधिकार आयोग में अध्यक्ष और सदस्यों के पद खाली हैं। इसलिए NHRC ने पुलिस से रिपोर्ट तलब की है। कोर्ट में अभियोजन पक्ष ने तर्क दिया था कि भीड़भाड़ और हंगामे के कारण महिला की मौत हुई है। मामले में 13 दिसंबर को अभिनेता अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार किया गया था और 14 दिसंबर को उनको अंतरिम जमानत मिल गई थी।