Pushpa 2 Actor Fahadh Faasil ADHD Disorder: अल्लू अर्जुन की फिल्म ‘पुष्पा 2’ का बज इन दिनों हर तरफ चल रहा है। फिल्म ने अपने रिलीज के बाद से ही बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचाया हुआ है। इसी बीच फिल्म के विलेन भंवर सिंह शेखावत के चर्चे भी हर तरफ हैं। फिल्म में फहाद फासिल के अभिनय की जमकर तारीफ की जा रही है। हालांकि फहाद के किरदार को लेकर एक विवाद भी खड़ा हो गया, जब उन्हें करणी सेना की तरफ से धमकी दी गई। प्रोफेशनल तौर पर जहां फहाद फासिल को लेकर काफी हलचल चल रही है वहीं पर्सलन लाइफ में एक्टर एक ऐसी बीमारी से जूझ रहे हैं जो लाइलाज है। आखिर क्या है पूरा मामला, चलिए आपको बताते हैं।
ADHD से जूझ रहे फहाद फासिल
फहाद फासिल ने कुछ समय पहले अपने सभी फैंस को बताया था कि उन्हें ADHD है। एक्टर ने बताया था कि 41 साल की उम्र में उन्हें खुद इस बीमारी के बारे में पता चला है। उस वक्त फासिल फिल्म ‘पुष्पा 2’ की शूटिंग कर रहे थे। इस डिसऑर्डर के बारे में जैसे ही उनके फैंस को पता चला था तो वो कापी चिंतित हो गए थे। अब आपको बताते हैं कि आखिर ये ADHD डिसऑर्डर है क्या और इसका इलाज क्या है।
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क्या है ADHD डिसऑर्डर?
अटेंशन डिफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (ADHD) एक मानसिक डिसऑर्डर है जो किसी भी उम्र में हो सकता है। वैसे से ज्यादातर बच्चों में देखा जाता है। ये विकार बच्चों के मानसिक और तंत्रिका तंत्र के विकास को प्रभावित करता है, जिसके कारण उनकी सोचने और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में गड़बड़ी होती है। अगर किसी वयस्कों को ये विकार हुआ है तो वो सोचने समझने की शक्ति तक खो सकते हैं। जब ये विकार वयस्कों में होता है तो इसे एडल्ट ADHD कहा जाता है।
ADHD के लक्षण क्या है?
ADHD के लक्षणों में सबसे बड़ी समस्या ध्यान केंद्रित करने में होती है। बच्चे या वयस्क किसी भी काम में अपनी पूरी क्षमता से ध्यान नहीं लगा पाते। इसके अलावा गुस्सा, चिड़चिड़ापन और बेचैनी जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं। व्यक्ति अक्सर कंफ्यूज रहता है और छोटी-छोटी चीजें भी जल्दी भूल जाता है। इसके अलावा मूड का बार-बार बदलना और किसी भी काम को पूरा करने में परेशानी आना भी इसके प्रमुख लक्षण हैं। एक जगह बैठ कर काम करने में भी समस्या हो सकती है और ये स्थिति जीवन के अलग-अलग पहलुओं पर भी असर डाल सकते हैं।
क्या होते हैं इसके कारण?
ADHD के कारणों में जेनेटिक कारण प्रमुख होता है। अगर किसी परिवार में पहले से किसी को ADHD है, तो उनके बच्चों में भी इस विकार का होना संभव है। इसके अलावा अगर बच्चे को जन्म के समय कम वजन हुआ हो या जन्म के बाद मस्तिष्क का ठीक से विकास न हो पाया हो, तो भी ADHD का खतरा बढ़ सकता है। मिर्गी के दौरे का आना और मानसिक चोट भी इसके कारण हो सकते हैं।
ADHD का इलाज क्या है?
ADHD का इलाज संभव है, लेकिन ये एक लंबी प्रक्रिया हो सकती है। बच्चों को इसके इलाज के लिए खास ध्यान और देखभाल की जरूरत होती है। एक अच्छा इलाज शुरू करने के लिए सबसे पहले ये जरूरी है कि बच्चों के साथ लगातार बातचीत की जाए। बच्चों को टॉकिंग थेरेपी दिलवानी चाहिए, ताकि वो अपनी भावनाओं को बेहतर तरीके से बयां कर सकें। इसके साथ ही बच्चों के नियमित रूटीन पर ध्यान देना बेहद जरूरी है।
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