Phule Release Controversy: बॉलीवुड एक्टर प्रतीक गांधी और पत्रलेखा की अपकमिंग फिल्म ‘फुले’ रिलीज से पहले ही विवादों में घिर गई है। नतीजा ये हुआ कि मेकर्स को फिल्म की रिलीज डेट पोस्टपोन करनी पड़ गई है। बता दें कि पहले फिल्म ‘फुले’ आज यानी 11 अप्रैल को रिलीज होनी थी लेकिन अब इसकी रिलीज को आगे खिसकाते हुए 25 अप्रैल कर दिया गया है। इसके अलावा सेंसर बोर्ड की तरफ से फिल्म में कुछ बदलाव करने के निर्देश जारी किए गए हैं। आइए जानते हैं कि ‘फुले’ को लेकर विवाद क्यों खड़ा हो गया है?
किस पर आधारित है फुले?
एक तरफ फिल्म ‘फुले’ का ट्रेलर देखने के बाद फैंस इसकी रिलीज का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। दूसरी तरफ इसे लेकर विवाद शुरू हो गया है। कहानी की बात करें तो फिल्म समाज सुधारक ज्योतिराव फुले और उनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले की जिंदगी पर आधारित है। फिल्म में 19वीं सदी में जातिवाद के खिलाफ आवाज उठाने और महिलाओं व पिछड़ा वर्ग की शिक्षा से संबंधित मुद्दों को दिखाया गया है। अब जातिवाद को लेकर विवाद छिड़ गया है।
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‘फूले’ पर विवाद क्यों?
दरअसल, कथित तौर पर महाराष्ट्र में ब्राह्मण समुदाय के एक वर्ग की ओर से फिल्म ‘फुले’ में उनके चित्रण को लेकर चिंता जताई गई है। कुछ संगठनों का ये आरोप भी है कि फिल्म में उनके समुदाय को बदनाम करने की कोशिश की गई है। इन सभी विवादों के बीच केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने फिल्म ‘फुले’ में कुछ बदलाव करने के निर्देश जारी किए हैं।
‘फुले’ में क्या-क्या होंगे बदलाव?
सीबीएफसी की तरफ से निर्माताओं को निर्देश दिए गए हैं कि फिल्म ‘फुले’ से जाति व्यवस्था पर चर्चा करने वाले वॉयस ओवर को हटाया जाए। ‘महार’, ‘मांग’, ‘पेशवाई’ और ‘जाति की मनु व्यवस्था’ जैसे कुछ शब्दों को हटाने की मांग भी की गई है। इसके अलावा कुछ संवाद में बदलाव करने के लिए कहा गया है।
फिल्म ‘फुले’ को अनंत महादेवन ने डायरेक्ट किया है, जो पहले भी कई गंभीर और सामाजिक मुद्दों को लेकर फिल्म बना चुके हैं। फिल्म में प्रतीक गांधी ने महात्मा फुले का किरदार निभाया है, जबकि पत्रलेखा सावित्रीबाई के रोल में नजर आई हैं। ‘फुले’ अब 25 अप्रैल, 2025 को रिलीज होगी।