Pawan Singh Karakat Lok Sabha Election 2024: भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह को लोकसभा चुनाव 2024 में हार का सामना करना पड़ा है। एक्टर बिहार की काराकाट लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने चुनावी मैदान में उतरे थे लेकिन 274723 वोट के साथ एक्टर को हारना पड़ गया। उन्हें CPIM के उम्मीदवार राजाराम सिंह ने हराया है। बता दें कि पवन सिंह भोजपुरी इंडस्ट्री का बड़ा नाम हैं। उन्होंने इंडस्ट्री में अपने दम पर पहचान बनाई है। ऐसे में जब उन्होंने इस बार के लोकसभा चुनाव में उतरने में ऐलान किया तो उनके फैंस की नजरें उन पर थीं। अब हारने के बाद पवन सिंह ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। आइए जानते हैं कि एक्टर ने क्या कहा?
हारने के बाद दी पहली प्रतिक्रिया
बता दें कि सुपरस्टार पवन सिंह भले ही लोकसभा चुनाव में हार गए हों लेकिन 274723 वोटों के साथ वो दूसरे नंबर पर कामयाब रहे। बिहार की काराकाट सीट से हारने के बाद पवन सिंह ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पहली प्रतिक्रिया दी है। एक्टर ने X पर लिखा, ‘हार तो क्षणिक है, हौसला निरंतर रहना चाहिए। हम तो वो हैं वैसे लोगों में हैं, जो विजय पर गर्व नहीं करते और हार पर खेद और शोक नहीं करते। ख़ुशी और गर्व इस बात की है कि काराकाट की जनता ने मुझे अपना बेटा-भाई स्वीकार कर इतना प्यार दुलार और आशीर्वाद जो दिया उसके लिए आप सभी का दिल से धन्यवाद।’
हार तो क्षणिक है हौसला निरंतर रहना चाहिए
हम तो वो है वैसे लोगों में है जो विजय पर गर्व नहीं करते और हार पर खेद और शोक नहीं करते। ख़ुशी और गर्व इस बात की है की काराकाट की जनता ने मुझे अपना बेटा-भाई स्वीकार कर इतना प्यार दुलार और आशीर्वाद जो दिया उसके लिए आप सभी का दिल से धन्यवाद…— Pawan Singh (@PawanSingh909) June 4, 2024
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किसके खाते में गई काराकाट सीट?
बिहार की काराकाट सीट से CPIM के उम्मीदवार राजाराम सिंह ने जीत हासिल की है। उन्होंने भोजपुरी स्टार पवन सिंह को हराकर 105858 वोटों से बढ़त हासिल की है। राजाराम के खाते में कुल 380581 वोट आए हैं। वहीं NDA के उम्मीदवार उपेंद्र कुशवाहा को 253876 वोट मिले हैं और वो तीसरे नंबर पर हैं।
क्या बागी तेवर दिखाना बनी वजह?
गौरतलब है कि पवन सिंह को पहले भाजपा ने पश्चिम बंगाल के आसनसोल सीट से टिकट दिया था लेकिन एक्टर ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया था। इसके बाद उन्होंने बिहार की काराकाट सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा को बागी तेवर दिखाने के चक्कर में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा है। उन्हें भाजपा समर्थक की ओर से वोट नहीं मिले हैं। इसके अलावा एक्टर का राजनीति में फिलहाल कम अनुभव है। चुनावी दांवपेच की समझ में कमी भी उनकी हार का बड़ा कारण हो सकती है।