Bhaiyya Ji, Manoj Bajpayee: भैया जी, भैया जी और भैया जी… जी हां सिनेमाघरों में भैया जी की एंट्री हो चुकी है और भैया जी का भौकाल पूरे चरम पर है। बिहार के रामचरण की ये कहानी जितनी सिंपल है उतनी ही इमोशनल भी है। जी हां, फिल्म के कुछ ऐसे सीन हैं, जो आपको फिल्म देखने के लिए मजबूर कर देते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको बता रहे हैं कि फिल्म के वो सीन, जिनके लिए आप फिल्म देख सकते हैं? तो आइए आपको बताते हैं कि वो कौन-से सीन हैं?
कौन-कौन से सीन फिल्म के देखने के लिए करते हैं मजबूर?
भाई का भाई के लिए प्यार
जी हां, सबसे पहले फिल्म की शुरुआत में दिखाए गए सीन, जब वेदांत की मौत हो जाती है और भैया जी उसकी बॉडी के लेने के लिए तड़प उठते हैं। यहां इतना इमोशन है कि किसी की भी आंखों में नमी आ जाए। हालांकि भैया जी अपने भाई की बॉडी के लिए खूब हाथ-पैर मारते हैं, लेकिन उन्हें वो नहीं मिलती। इस सीन को मनोज बाजपेयी ने बेहद कमाल तरह से किया है।
कसम तोड़ना
फिल्म में जब भैया जी अपने भाई की मौत का बदला लेने के लिए पिता को दी हुई कसम तोड़ देते हैं, वो सीन भी अपने-आपमें बहुत कुछ कहता है। इस सीन को देखकर हकीकत साफ झलक रही है कि जब बात अपनों की हो, तो ना सिर्फ भैया जी बल्कि कोई भी किसी भी हद तक जा सकता है। हां, कानून को अपने हाथ में लेना गलत है, लेकिन जब कोई किसी अपने को खोता है, तो उसका दर्द सिर्फ वही समझ सकता है।
भैया जी का रिक्वेस्ट करना
जब भैया जी पहली बार चंद्रभान से मिलते हैं, तो उनका चंद्रभान से मिलना बिल्कुल वैसा ही होता है, जैसे पानी से निकली मछली पानी के लिए तड़पती है। इस सीन में भैया जी को बस चंद्रभान का बेटा अभिमन्यु चाहिए और इसके लिए वो पहले बेहद विनम्र तरीके से पेश आते हैं। हालांकि जब चंद्रभान अकड़ दिखाता है, तो भैया जी अपने रूप में आकर उसे जवाब देते हैं।
मालती का एक्शन
किसी भी आम महिला के लिए इस तरह से लड़ना बड़ी बात होती है। हालांकि मालती ने निशानेबाजी सीखी होती है, तो वो इसे बेहद शानदार ढंग से करती है, लेकिन फिल्म के शुरू में उन्हें देखकर किसी को अंदाजा नहीं हुआ था कि वो ऐसा भी कुछ करेगी। उन्होंने बेहद कमाल का एक्शन किया है। साथ ही उनका भैया जी के लिए प्यार भी कमाल का है।
क्या है कहानी?
अब अगर इस फिल्म की कहानी की बात करें तो इस फिल्म की कहानी बेहद छोटी है। फिल्म में दो भाईयों के प्यार को दिखाया गया है, जो कई फिल्मों में पहले भी दिखाया जा चुका है, लेकिन इस फिल्म में भैया जी का अपने भाई के लिए प्यार, उसके लिए पिता के कसम तोड़ देना और फिर उसकी मौत का बदला लेना, साफ दिखा रहा है कि भैया जी के उनके भाई से कितने इमोशंस जुड़े हैं। हालांकि फिल्म का एक्शन भी आपको पसंद आएगा। कहानी छोटी जरूर है, लेकिन इमोशनल है। फिल्म में एकता दिखाई गई है, जो आज के टाइम पर कहीं खो-सी गई है।
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