Malayalam Film Industry K. Hema Committee Report: सिनेमा के रुपहले पर्दे पर चमकते सितारे और रातों-रात स्टार बनते एक्टर्स किस संघर्ष से गुजरते हैं, ये बहुत कम ही लोगों को पता चल पाता है। जिस सिनेमा की शुरुआत लोगों को एंटरटेन करने के लिए हुई, समाज की पीड़ा को उजागर करने के लिए हुई, वही कभी-कभी पीड़ित नजर आता है। जिसका सबसे बड़ा टार्गेट खुद एक्टर और जूनियर आर्टिस्ट बनते हैं। जी हां, मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के बारे में कुछ ऐसा खुलासा हुआ है, जिसने फिल्म जगत में तहलका मचा दिया है। मलयालम इंडस्ट्री में महिलाओं के सामने आने वाली समस्याओं पर के. हेमा समिति की रिपोर्ट ने इसमें काम करने वाले लोगों की सच्चाई दुनिया के सामने खोलकर रख दी है।
मलयालम सिनेमा में शोषण और माफियाराज
ये रिपोर्ट केरल सरकार को सौंपे जाने के 5 साल बाद प्रकाशित की गई है। जिसमें ऐसी कई हैरान कर देने वाली जानकारियां सामने आई हैं, जिन्हें पढ़कर लोगों का दिमाग सुन्न हो जाएगा। इस रिपोर्ट में मलयालम सिनेमा में होने वाले यौन शोषण, भेदभाव, नशीली दवाओं और शराब के उपयोग और कुछ मामलों में अमानवीय स्थितियों का भयावह खुलासा किया गया है। हालांकि 235 पन्नों की रिपोर्ट में गवाहों और आरोपियों के नाम हटा दिए गए हैं। इसमें कहा गया है कि मलयालम फिल्म इंडस्ट्री कुछ पुरुष निर्माताओं, निर्देशकों और अभिनेताओं के चंगुल में है। जिन्हें एक बड़े एक्टर ने ‘माफिया’ तक कहा है।
The Kerala government released the 233-page Justice K. Hema Committee Report which looked into the problems faced by women working in the Malayalam film industry,on Aug19.
The report, which had been with the Pinarayi Vijayan-led left government for the last four and a half years, pic.twitter.com/y3Eve7FAgz---विज्ञापन---— Abu Faisal (@EditorAbuFaisal) August 19, 2024
टॉयलेट्स और चेंजिंग रूम की फैसिलिटी तक नहीं
इस रिपोर्ट के एक पन्ने में काफी हैरान कर देने वाली जानकारी सामने आई है। ‘सिनेमा में महिलाओं के मानवाधिकार का हनन: ना टॉयलेट्स और चेंजिंग रूम’ शीर्षक से प्रकाशित रिपोर्ट में सामने आया है कि कमेटी के सामने मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं को आधारभूत मानवाधिकार से भी वंचित होना पड़ रहा है। उन्हें शूटिंग लोकेशंस पर टॉयलेट्स और चेंजिंग रूम की फैसिलिटी तक नहीं दी जाती हैं।
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जंगल-झाड़ियों में खोजनी पड़ती है जगह
खास तौर पर जब शूटिंग कई आउटडोर लोकेशन पर होती हैं। कई बार तो दूरदराज और ग्रामीण इलाकों में एक्ट्रेसेज को खुद ही टॉयलेट जाने के लिए जगह खोजनी पड़ती है। उन्हें यूरिन तक पास करने के लिए कभी जंगल, तो कभी झाड़ियों में तो कभी पेड़ के पीछे जाना पड़ता है। यहां तक कि कई बार अपनी ड्रेस चेंज करने के लिए एक या दो व्यक्ति कोई कपड़ा लेकर खड़े होते हैं, जिसके पीछे वह ड्रेस चेंज कर पाती हैं या टॉयलेट जा पाती हैं। खास बात यह है कि उन्हें कई बार साइट पर पानी भी नहीं दिया जाता।
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