Hi Papa Movie Review: (इशिका जैन, नई दिल्ली) तेलुगु फिल्म के हिंदी वर्जन ‘हाय पापा‘ (Hi Papa) को सभी बॉलीवुड लवर्स को जरूर देखना चाहिए। ये फिल्म आपको काफी पसंद आने वाली है। फिल्म में एक लव स्टोरी दिखाई गई है जिसमें कई ट्विस्ट एंड टर्न्स देखने को मिलेंगे। जैसे ही आपको लगेगा कि आपको स्टोरी समझ आ गई तभी कहानी में एक ऐसा ट्विस्ट आएगा कि अचानक सब बदल जाएगा और आप हैरान रह जाएंगे। इमोशंस से भरी ये स्टोरी सीधे आपके दिल में उतरने वाली है। अगर आपको भी सच्चा प्यार क्या होता है ये जानना है तो नेटफ्लिक्स पर आज ही ‘हाय पापा’ जरूर देखें।
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दुनिया के बेस्ट पापा की कहानी
ये कहानी है विराज की जिसकी एक 7 साल की एक बेटी है। जिसे एक ऐसी भयानक बीमारी है जिसकी वजह से उसकी जान कभी भी जा सकती है। लेकिन उसके पापा उसकी हिम्मत हैं जो उसे कुछ भी नहीं होने देंगे। अपनी बेटे के इलाज के लिए विराज जमीन-आसमान एक कर देता है और घर से लेकर बाहर की दुनिया के सभी काम करता है। ये शख्स दुनिया का बेस्ट पापा है लेकिन उनकी पार्टनर कौन है ये किसी को नहीं पता। अकेले ही अपनी बेटी की परवरिश कर और उसे जिंदा रख वो उन डॉक्टर्स वो करारा जवाब देता है जो कहते थे ये बच नहीं पाएगी।
एक ही आदमी से 2 बार हुआ प्यार
लेकिन कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब ये बच्ची को अपनी मां को लेकर सवाल करती है और जवाब न मिलने पर घर से अकेले निकल पड़ती है अपने डॉगी के साथ। तभी होती है मृणाल ठाकुर (Mrunal Thakur) उर्फ वर्षा की फिल्म में एंट्री और लव स्टोरी भी यहीं से शुरू होती है। विराज की बेटी माही को एक्सीडेंट से बचाकर वर्षा उसकी दोस्त बन जाती है और उसके पापा को बुलाकर उसकी मम्मी की स्टोरी सुनती है। कैसे विराज को माही की मम्मी से प्यार हुआ कैसे वो अलग हुए ये वाकई काफी इमोशनल है। कहानी सुनते-सुनते वर्षा को ही विराज से प्यार हो जाता है और वो माही से भी मिलने के बहाने ढूंढ़ती है।
एक्सीडेंट से लगा लव स्टोरी पर ब्रेक
लेकिन स्टोरी में बड़ा टर्निंग पॉइंट तब आता है जब उन्हें पता लगता है कि वर्षा सच में माही की असली मम्मी है जो एक्सीडेंट में अपनी याददाश्त भुला बैठी है। लेकिन 1 ही लड़के से 2 बार प्यार होना कैसा लगता है इस फिल्म में वो आपको देखने को मिलेगा। सच्चा प्यार तो यही है न एक ही शख्स ने आपको फिर से प्यार हो जाए। उसके लिए आप अपनी शादी का मंडप छोड़ दें। रही बात 65 Roses की तो ये किस्सा भी बेहद रोमांचक है। दरअसल, माही को एक बीमारी है जिसका नाम वो सभी को 65 Roses बताती है क्योंकि वो उसे ठीक से बोलना नहीं आता। आखिर में सबसे अच्छा ट्विस्ट तब आता है जब वर्षा जिस शख्स को अपने प्यार के लिए मंडप में छोड़ आती है वही उसकी बेटी का ऑपेरशन करता है। लेकिन इस फिल्म में गाने आपको डिसअपोइंट करने वाले हैं। साउथ में तो ठीक है लेकिन हिंदी में ये सब पसंद आना थोड़ा मुश्किल है।