Entertainment News: हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री में सामाजिक मुद्दों पर फिल्में बनाने के लिए मशहूर और ‘आश्रम’ वेब सीरीज निर्माता प्रकाश झा आजकल खूब चर्चा में हैं। इसकी मुख्य वजह है बीते दिनों हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री को लेकर दिया गया उनका बयान, जिसमें उन्होंने कई अहम बातें कहीं। आइए जानते हैं उन्होंने ऐसा क्या कहा..
नामी कलाकार विज्ञापन करने में व्यस्त
प्रकाश झा ने हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री को लेकर बयान देते हुए कहा कि आजकल नामी कलाकार विज्ञापन करने में, पान-गुटखा मसाला बेचने में व्यस्त हैं। वह कमाई का कोई भी ऑप्शन नहीं छोड़ते, जब उनको विज्ञापनों से फुर्सत मिल जाती है, तब वह रीमेक टाइप कोई वाहियात फिल्म दे देते हैं। इसी वजह से आज का दौर बॉलीवुड के लिहाज से ठीक नहीं है।बॉलीवुड आज अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है।
इंडस्ट्री के जिम्मेदार लोगो को आगे आना होगा
प्रकाश झा ने इंडस्ट्री के जिम्मेदार लोगों से अपील करते हुए कहा, यदि लोग चाहते हैं कि उनकी हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री बची रहे तो आज जिम्मेदार लोगों को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि कोई एक्टर यदि 5 फ्लॉप फिल्में भी दे तो भी उसे 12 विज्ञापन मिल जाते हैं, इसलिए वह विज्ञापन करने में लगा हुआ है, क्योंकि इससे उसे करोड़ों की कमाई होती है।
अपने कुशल निर्देशन के लिए जाने जाते प्रकाश झा
गंगाजल जैसी मशहूर फिल्मों के लिए याद किए जाने वाले प्रकाश झा ने साल 1984 में ‘हिप हिप हुर्रे’ से बॉलीवुड इंडस्ट्री में निर्देशन डेब्यू किया था। उन्होंने फिल्म करने के अलावा कई शानदार डॉक्यूमेंट्री और शार्ट फिल्में भी बनाईं। वर्ष 1984 में बिहार शरीफ दंगों पर उनकी डॉक्यूमेंट्री ‘फेसेस आफ्टर स्टॉर्म’ ने सर्वश्रेष्ठ नॉन-फीचर फिल्म का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता था।