Bada Naam Karenge Review: ओटीटी एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जहां हर हफ्ते कई फिल्में और सीरीज आती हैं। इसमें क्राइम, थ्रिलर, रोमांटिक हर तरह की फिल्मों और सीरीज का तांता लगा रहता है। इस बीच अगर आप भी कुछ ऐसा तलाश कर रहे हैं, जिसे आप फैमिली के साथ देख सकें, तो इंडियन ओटीटी पर इस वक्त ‘बड़ा नाम करेंगे’ नाम की एक सीरीज आई है, जो सुर्खियां बटोर रही हैं। अगर आप भी इस सीरीज को देखना चाहते हैं, तो इसे देखने से पहले आप इसका रिव्यू यहां पढ़ सकते हैं।
‘बड़ा नाम करेंगे’
9 एपिसोड और 7 घंटे से भी बड़ी सीरीज- ‘बड़ा नाम करेंगे’ अपनी कहानी, किरदार और लंबाई में सबसे जुदा वेब सीरीज है। सीरीज के शो रनर खुद सूरज बड़जात्या हैं, तो आप समझ सकते हैं कि प्यार और परिवार यहां दोनों भारतीय संस्कारों में डूबे हुए हैं, लेकिन रतलाम के राठी परिवार के महल जैसे घर, श्री गंगा मिष्ठान भंडार जैसे ब्रांड से जब ये कहानी शुरू होती है, तो आपको अहसास होता है कि परिवार ही वो कड़ी है, जो इस मॉडर्न और हाईटेक होती दुनिया में हमारे पैर जमीं पर रखती है।
क्या है सीरीज की कहानी?
राठी परिवार में प्रतिष्ठा, परंपरा और अनुशासन है। फिर ये कहानी उज्जैन पहुंचती है- गुप्ता परिवार के पास, जो एक मिडल क्लास फैमिली है, लेकिन इस परिवार में प्यार और विश्वास ज्यादा है। राठी परिवार के दुलारे ऋषभ राठी और गुप्ता परिवार की लाडली सुरभि गुप्ता के रिश्ते के लिए परिवारों की मुलाकात से शुरू हुई ये कहानी मुंबई में कोरोना के वक्त हुए लॉक-डॉउन तक फ्लैश बैक में जाती है, जहां ऋषभ की पार्टी में सुरभि की मौजूदगी, अचानक हुए लॉक डाउन और फिर 5 दिन तक लॉकडाउन के दौरान मजबूरी में ऋषभ के फ्लैट में सुरभि का रुकना इस कहानी की बुनियाद हैं।
प्यार और परिवार, परंपरा और समाज
ऋषभ और सुरभि ये सच परिवार से मजबूरी में छिपाते हैं, लेकिन जब राठी परिवार के दामाद और ऋषभ के फूफा जी राजेश जायसवाल इस सच को सामने लाते हैं, तो विश्वास टूटता है, रिश्ता बिखरता है और 20 साल पहले राठी परिवार की बेटी नीता को प्यार के खातिर झूठ बोलने की जो सजा मिली बिल्कुल वही हालात खुद को दोहराते हैं। इस बीच सुरभि और ऋषभ अपने परिवार के प्यार और भरोसे को जीतने की पूरी कोशिश करते हैं, खुद को सजा देते हैं और बड़ो को सिखाते हैं कि प्यार और परिवार, परंपरा और समाज से जरूरी होता है।
सीरीज की खास बातें
‘बड़ा नाम करेंगे’ की दो बातें इसे और खास बनाती हैं, राजश्री की फिल्मों के सुपरहिट गाने इसमें बिल्कुल सिचुएशन के हिसाब फिट किए गए हैं। ‘मैने प्यार किया’ के गाने से लेकर ‘दोस्ती’ फिल्म के गाने – दुख तो अपना साथी है को इस अंदाज में सीरीज में इस्तेमाल किया गया है कि जैसे एक बेहतरीन सरप्राइज हो। इसके साथ ही सीरीज के क्रेडिट सॉन्ग, फिर चीटर बलमा और भगवान कृष्ण के भजन- तू सब जाने कान्हा, सीरीज का स्केल और स्टोरी दोनों को ही कमाल तरीके से ऊपर उठा देते हैं।
‘बड़ा नाम करेंगे’ है डिटॉक्स
पलाश वासवानी का डायरेक्शन कमाल का है, एपिसोड वाकई लंबे हैं, लेकिन अगर आप ओटीटी के गैंग्स ऑफ वायलेंस और बोल्डनेस वाले कंटेंट से ऊब चुके हैं, तो ‘बड़ा नाम करेंगे’ आपके लिए डिटॉक्स का काम करने वाला है। ऋषभ राठी के किरदार में ऋतिक घनशानी, राजश्री के नए प्रेम हैं। गिटार बजाने और गाने वाले ऋतिक को देखकर मैने प्यार किया और विवाह वाले राजश्री के हीरोज के लिए आपकी क्रेविंग बढ़ जाने वाली हैं। सुरभि के किरदार आएशा कडुस्कर का भोलापन और कन्विशन कमाल का है।
दमदार किरदार
इस सीरीज में सुरभि ने इंडियन ब्यूटी की नई डेफिनेशन गढ़ दी है। आनंद राठी के किरदार में कंवलजीत सिंह का असर बहुत गहरा है। कुसुम राठी बनी अल्का अमीन का काम भी बेहतरीन है, लेकिन सुरभि के पापा के किरदार में जमील खान ने ‘मैंने प्यार किया’ के आलोकनाथ को पीछे छोड़ दिया है। फूफा जी के किरदार में राजेश तैलंग बहुत असरदार हैं और नीता बुआ के बनी अंजना सुखानी बहुत दमदार।
3.5 स्टार
परफेक्ट कास्टिंग, पारिवारिक सेटअप और प्यार-संस्कार के साथ नई जेनेरेशन और पुरानी सोच के बीच एक ब्रिज बनाती- बड़ा नाम करेंगे को आप कह सकते हैं कि ये इंडियन ओटीटी स्पेस में राजश्री फिल्म्स की DDLJ है, जिसे पूरी फैमिली के साथ देखने में बहुत मजा आने वाला है। ‘बड़ा नाम करेंगे’ को 3.5 स्टार।
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