UPSC Topper Story: यूपीएससी 2022 सिविल सेवा परीक्षा का परिणाम मंगलवार को जारी हुआ है। इस बार यूपीएससी परिणाम में टॉप 4 में लड़कियों ने परचम लहराया है। दूसरे स्थान पर रहने वाली गरिमा लोहिया की खास बात ये है कि इन्होंने बिना किसी कोचिंग के इस उपलब्धि को हासिल किया है। आइए गरिमा लोहिया से जानते हैं बिना कोचिंग आप कैसे UPSC की तैयारी कर सकते हैं।
सेल्फ स्टडी से निकाला UPSC
बिहार के शहर बक्सर की रहने वाली गरिमा ने अपने जिले एवं बिहार को गौरव बढ़ाया है। गरीमा ने ये दूसरी बार UPSC का एग्जाम दिया था, जिसकी तैयारी में उन्होने दिन-रात एक कर दिया था। नतीजन, UPSC एग्जाम में AIR-2 का स्थान हासिल कर उन्होंने अपना और अपने परिवार का नाम रोशन किया है।
गरिमा ने बताया उन्होंने 10वीं की शिक्षा बक्सर के वुडस्टॉक स्कूल से प्राप्त की और उसके बाद वह इंटरमीडिएट की शिक्षा प्राप्त करने के लिए बनारस गई। अपनी स्कूली शिक्षा प्राप्त कर उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज से वाणिज्य में स्नातक (अंडर ग्रेजुएशन) डिग्री प्राप्त की है। साथ ही बताया कि कोविड काल में वह बक्सर लौटीं और फिर 2021 में यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू की। साथ ही बताया कि उनका लक्ष्य आईएएस बनना था। इसके लिए यूट्यूब और अन्य माध्यमों से तैयारी की। मुझे उम्मीद थी कि सफलता मिलेगी, लेकिन देशभर में दूसरी रैंक के बारे में कभी नहीं सोचा था।
8 साल पहले गरिमा के पिता का निधन
गरिमा ने बताया कि साल 2015 में उनके पिता की मृत्यु हो गई थी। पिता ने उनको आईएएस अधिकारी बनाने का सपना देखा था। पिता की मौत के बाद यह सपना टूट जाता, लेकिन मां ने ऐसा नहीं होने दिया। मेरे साथ वह भी पूरी रात जगी रहती थीं। इसके साथ मां ने खाने-पीने से लेकर हर जरूरत का ध्यान रखा। गरिमा ने बताया कि बिहार में ही सेवा देनी चाहती हूं। बिहार से उनका अपना जुड़ाव है।
इस तरह दादा ने की मदद
गरिमा मे बताया कि उनके परिवार में कमाने वाले सिर्फ उनके दादा हैं। उनकी दो बहनें और एक भाई है। बड़ी बहन की शादी जबलपुर में हुई है, जबकि छोटा भाई बीकॉम का छात्र है।
टॉपर गरिमा लोहिया का सक्सेस टिप्स
उन्होंने बताया कि सिविल सेवा की तैयारी की रणनीति को उन्होंने संतुलित रखा। जिसमें वह नियमित रूप से अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलने के लिए ब्रेक लेती थी। इससे उनका माइंड भी फ्रेश रहता था और तैयारी के लिए ध्यान केंद्रित करना आसान होता था।
इसी के साथ वह कहती हैं “कड़ी मेहनत ही इंसान को सफल बनाती है” बिना हार माने कड़ी मेहनत करते जाएं तब आपको सफलता जरूर मिलेगी। साथ ही उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को अनुशासित रहने के लिए सलाह दी।
वह कहती हैं कि परीक्षा की तैयारी करने की हर व्यक्ति की रणनीति अलग-अलग होती है। आमतौर पर मैं 15 घंटे पढ़ाई करती थी। जिसमें मैंने ऑनलाइन शिक्षा के साथ विभिन्न पुस्तकों की भी सहायता ली। इसके साथ उन्होंने बताया कि बेहतर तैयारी के लिए आप जहां सहज महसूस करते हैं वहीं पढ़ाई करें।
सलफता का श्रेय
रिजल्ट के बाद जब गरिमा से बातचीत की गई और पूछा गया कि उन्हें सबसे अधिक किसने प्रेरित किया है, तो उन्होंने अपनी मां का नाम लिया और कहा कि मेरी मां ने तैयारी के दौरान मुझे बहुत अधिक प्रेरित किया है, वह मेरे साथ जागा करती थी। ताकि मैं अच्छे से पढ़ सकूं।
बता दें पिछले वर्ष और इस बार के परिणाम को देखते हुए कह सकते हैं कि देश में लड़कियां हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रही हैं। देश की सबसे कठिन मानी जाने वाली परीक्षा में सफलता प्राप्त करके बेटियों ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि हम किसी से कम नहीं है।
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यूपीएससी 2022 सिविल सेवा परीक्षा के परिणाम में पहले स्थान पर इशिता किशोर, दूसरे नंबर पर गरिमा लोहिया, तीसरे स्थान पर उमा हरति एन और चौथे पर स्मृति मिश्रा रहीं।