लखनऊ: करेली पुलिस ने रविवार को करेली क्षेत्र के केंद्र में लेखपाल भर्ती परीक्षा के दौरान एक अभ्यर्थी को अनुचित लाभ दिलाने के आरोप में सोमवार को चेतना गर्ल्स इंटरमीडिएट स्कूल के प्रिंसिपल समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया।
अधिकारियों ने कहा कि केंद्र में अन्य उम्मीदवारों द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के बाद रविवार रात करेली थाने में स्टेटिक मजिस्ट्रेट की शिकायत पर नौ लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई।
जब परीक्षा समाप्त होने वाली थी, तब परीक्षार्थियों ने केंद्र में हंगामा किया था, जब एक अभ्यर्थी ने एक अज्ञात व्यक्ति को एक महिला आकांक्षी रितु सिंह को कमरा नंबर 12 में मदद करते देखा। रितु सिंह केंद्र से भाग गई, लेकिन उम्मीदवारों ने उसका प्रवेश पत्र छीन लिया। और एक पर्ची, जिसके बारे में उन्होंने दावा किया कि वह आंसर की थी।
सीसीटीवी से खुला राज
मौके पर पहुंची पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने आक्रोशित अभ्यर्थियों को शांत कराया। पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में, स्टेटिक मजिस्ट्रेट संदीप यादव ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज और अन्य उम्मीदवारों के बयानों की स्कैनिंग से साबित होता है कि एक बाहरी व्यक्ति ने कमरे में प्रवेश किया और रूम की निरीक्षक हुमा बानो और मालाधारी यादव की उपस्थिति में रितु सिंह की आंसर की के साथ मदद की। चेक करने पर, रितु सिंह के पास मिली आंसर की उसकी OMR शीट पर दिए गए उत्तरों से मेल खाती है।
स्कूल की प्रिंसिपल शबनम परवीन, प्रबंधक शाहबान अहमद, केंद्र प्रभारी गिरिराज गुप्ता, स्टाफ महावीर सिंह, कक्ष निरीक्षक हुमा बानो और मालाधारी यादव, कशन अहमद के साथ आकांक्षी रितु सिंह और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी, जिसने उसे अनुचित साधन प्रदान किया था। उत्तर प्रदेश लोक परीक्षा अधिनियम 1998 और आईपीसी की धारा 420 की विभिन्न धाराओं के तहत करवाई हुए है।
अंचल अधिकारी (शाहगंज) सत्येंद्र कुमार तिवारी ने कहा, ‘इस सिलसिले में स्कूल प्रिंसिपल शबनम परवीन, शाहबान अहमद, हुमा बानो और गिरिराज गुप्ता को गिरफ्तार किया गया है। उनसे उस व्यक्ति की पहचान करने के लिए पूछताछ की जा रही थी, जो आकांक्षी को अनुचित साधन प्रदान कर रहा था।”
आरोपियों ने ये कबूल किया
थाना प्रभारी करैली अरविंद गौतम ने शबनम परवीन (मां), शाबान अहमद(पुत्र), गिरिराज गुप्ता और हुमा बानो को गिरफ्तार किया। एसपी सिटी दिनेश सिंह ने बताया कि जिस कमरे में हंगामा हुआ था वहां हुमा बानो और मालाधारी यादव कक्ष निरीक्षक थे। हुमा बानो ने पूछताछ में बताया कि कक्ष में एक तीसरा व्यक्ति भी था, जो परीक्षा शुरू होने से पहले बैठा था। वहीं, कॉलेज प्रबंधन के इशारे पर बार-बार आ-जा रहा था। वह उसका नाम नहीं जानती। महिला अभ्यर्थी को दो मिनट का अतिरिक्त समय भी दिया गया था। गिरिराज गुप्ता और शाबान अहमद ने बताया कि तीसरे व्यक्ति का नाम वह भी नहीं जानते हैं।
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