How to Prepare for NEET-PG 2025: अगर कोई छात्र MBBS करने के बाद मेडिकल फील्ड में आगे बढ़ना चाहता है और किसी स्पेसिफिक फील्ड में स्पेशलाइजेशन हासिल करना चाहता है, तो उसके लिए NEET PG परीक्षा पास करना अनिवार्य होता है। यह देशभर के सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन का गेटवे है।
इस साल NEET PG 2025 की परीक्षा 15 जून (रविवार) को आयोजित की जाएगी। परीक्षा कितनी शिफ्ट में होगी, इसका आखिरी निर्णय सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के बाद लिया जाएगा। अभी उम्मीदवारों के पास तैयारी के लिए करीब 20 दिन का समय बचा है।
NEET PG: क्यों है इतनी चुनौतीपूर्ण?
NEET PG भारत की सबसे कठिन मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। इसकी तैयारी में महीनों का समय लगता है। लेकिन अगर आपने पहले ही पूरा सिलेबस कवर कर लिया है, तो इन आखिरी 15-20 दिनों का उपयोग रिवीजन और प्रैक्टिस में करके आप अच्छा स्कोर और टॉपर लिस्ट में जगह बना सकते हैं।
NEET PG का एग्जाम पैटर्न?
परीक्षा में सफल होने के लिए पहले उसका पैटर्न समझना बेहद जरूरी है:
– कुल प्रश्न: 200 MCQs
– प्रत्येक प्रश्न: 4 अंक
– नेगेटिव मार्किंग: गलत उत्तर पर 1 अंक की कटौती
– समय: कुल 3 घंटे 30 मिनट
– सिलेबस: पूरा MBBS पाठ्यक्रम – प्री-क्लिनिकल, पैरा-क्लिनिकल और क्लिनिकल विषय शामिल हैं।
आखिर के 20 दिनों में कैसे करें तैयारी
NEET-PG एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है, जिसमें हर साल लाखों MBBS छात्र हिस्सा लेते हैं। परीक्षा में अब सिर्फ 20 दिन बचे हैं, तो तैयारी का तरीका बिल्कुल स्ट्रैटेजिक और स्मार्ट होना चाहिए। नीचे एक इफेक्टिव और प्रैक्टिकल रोडमैप दिया गया है, जो आपको इन आखिरी दिनों में बेहतर स्कोर दिलाने में मदद कर सकता है।
1. Revision पर जोर दें, नया टॉपिक न पढ़ें
अब समय नहीं है कि आप कोई नया विषय शुरू करें। इन 20 दिनों में सिर्फ उन्हीं विषयों को दोहराएं जिन्हें आपने पहले से पढ़ा है। खासतौर पर High-Yield Topics यानी जो विषय परीक्षा में ज्यादा पूछे जाते हैं, उन पर फोकस करें जैसे: Pharmacology, Pathology, Microbiology, PSM (Preventive and Social Medicine), Medicine और Surgery के अक्सर पूछे जाने वाले टॉपिक।
2. डेली रिवीजन प्लान बनाएं
हर दिन का एक टॉपिक-वाइज रिवीजन शेड्यूल तैयार करें। उदाहरण के लिए:
– सुबह 4 घंटे किसी क्लिनिकल विषय को दोहराएं (जैसे मेडिसिन या सर्जरी)
– दोपहर में 2 घंटे प्री-क्लिनिकल विषय (एनाटॉमी, फिजियोलॉजी आदि)
– शाम को MCQs और मॉक टेस्ट लगाएं। इससे हर दिन प्रॉडक्टिव और फोकस्ड रहेगा।
3. MCQs और Previous Year Papers की प्रैक्टिस करें
NEET-PG में सफलता का बड़ा हिस्सा MCQs की सही प्रैक्टिस पर निर्भर करता है। हर दिन कम से कम 100-150 क्वेश्चन सॉल्व करें। साथ ही पिछले 3-5 सालों के पेपर्स जरूर हल करें ताकि आप पैटर्न और जरूरी टॉपिक्स को समझ सकें। सवाल हल करने के बाद हर गलती को एनोटेट करें और रिवीजन नोट्स बनाएं।
4. मॉक टेस्ट और टाइम मैनेजमेंट
अब से हर 3-4 दिन में एक पूरा मॉक टेस्ट लगाना शुरू करें। यह आपकी टाइमिंग सुधारने और परीक्षा के तनाव को झेलने की मानसिक तैयारी में मदद करेगा। टेस्ट के बाद एनालिसिस जरूर करें – कौन से टॉपिक कमजोर हैं, किन सवालों में समय बर्बाद हुआ आदि। साथ ही, रियल एग्जाम की तरह सुबह उसी समय टेस्ट लगाएं जिस समय असली परीक्षा होगी।
5. हेल्थ और नींद का रखें ध्यान
तैयारी के इस तनावपूर्ण दौर में नींद और स्वास्थ्य को नजरअंदाज न करें। रोज कम से कम 6-7 घंटे की नींद लें, ताकि मस्तिष्क ठीक से काम करे। हेल्दी डाइट लें, पानी ज्यादा पिएं और फिजिकल एक्टिविटी के लिए थोड़ा समय जरूर निकालें। अगर आप बीमार हो गए या मानसिक रूप से थक गए, तो पूरी तैयारी प्रभावित हो सकती है।
6. मेंटल स्ट्रेंथ और पॉजिटिव सोच बनाए रखें
आखिरी के ये दिन तनावपूर्ण हो सकते हैं, लेकिन खुद पर भरोसा रखें। खुद को बार-बार याद दिलाएं कि आपने अब तक जो मेहनत की है, वह रंग लाएगी। मोटिवेशनल वीडियो देखें, आत्मविश्वास बनाए रखें और सोशल मीडिया से दूरी बना लें।