BPSC Prelims Pattern: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी ) की परीक्षा में नया बदलाव हुआ है। इस बदलाव में उन छात्रों की मुसीबत बढ़ सकती है, जो किसी भी प्रश्न में तुक्का लगाया करते थे, इस नए पैटर्न में ऐसे छात्रों को गलत जवाब देना अब भारी पड़ेगा। दरअसल, बीपीएससी ने अपने नए पैटर्न के अंदर परीक्षा में नेगिटिव मार्किंग की शुरुआत कर दी है। साथ ही अब तक जो भी परीक्षा बीपीएससी ले रहा था उसमें किसी तरह की निगेटिव मार्किंग का प्रावधान नहीं था। बता दें कि बीपीएससी के बदलाव को लेकर कई छात्र विरोध प्रदर्शन भी कर रहे हैं।
अब गलत जवाब पर होगी नेगेटिव मार्किंग
बीपीएससी की परीक्षा से नए पैटर्न बदलाव की शुरुआत हो गई है। बीपीएससी के नए पैटर्न के अनुसार भविष्य में होने वाली सभी परीक्षा में नेगिटिव मार्किंग होगी। साथ ही अब उन लोगों को परीक्षा प्रश्न का जवाब देना भारी पढ़ेगा जो छात्र परीक्षा में तुक्का लगाकर आया करते थे। अब प्रश्न में एक भी गलत जवाब होता है तो उसके नंबर सही जवाब से काटे जाएंगे।
जानें नए पैटर्न की परीक्षा में कितने आएंगे प्रश्र
बीपीएससी के नए पैटर्न के अनुसार अब छात्रों को किसी भी सवाल का जवाब देने साथ कॉन्सेप्ट क्लियर रखने का फायदा होगा। साथ ही इसका एक फायदा यह भी होगा कि परिक्षा के परिणाम में किसी प्रकार की देरी नहीं होगी। परीक्षा के परिणाम का जल्द से जल्द ऐलान हो सकेगा। आयोग के अनुसार बीपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा मात्र 150 प्रश्न ही पूछे जाएंगे। साथ ही इसके लिए सिर्फ 200 अंक निर्धारित किए जाएंगे।
पैटर्न में ये है नए बदलाव, मिलेगा फायदाश
आयोग के अनुसार बीपीएससी की मार्किंग प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। नए पैटर्न में जो भी परीक्षा होगी अब उसके अंदर स्केलिंग सिस्टम से मार्किंग का भी विकल्प होगा। साथ ही अभ्यर्थियों के माध्यम से जो भी सुझाव दिए गए हैं। उसे लागू किया जाएगा। बता दें कि जो छात्र बीपीएससी की परीक्षा में शामिल होंगे, वो सभी छात्र अपनी मन पसंद भाषा को चुन सकते है। उदाहरण के लिए बता दें कि अगर किसी छात्र की हिंदी में सामान्य अध्ययन की परीक्षा देना चाहता है तो तकनीकी और अन्य सब्जेक्ट के परीक्षा आंग्रेजी में देना चाह रहा है तो आंग्रेजी में परीक्षा दे सकता है।