भारत के टेक और बिजनेस सेक्टर में लगातार प्रगति हो रही है। इन सेक्टर्स में महिलाओं की भागीदारी भी पहले की तुलना में तेजी से बढ़ी है। इस बीच, टीमलीज डिजिटल की एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें बताया गया है कि महिलाओं के लिए टेक इंडस्ट्री में संभावनाएं कितनी तेजी से बढ़ी हैं। रिपोर्ट में महिलाओं के लिए हाई-डिमांड वाले पदों की भी जानकारी दी गई है।
यहां बढ़ी है डिमांड
रिपोर्ट बताती है कि फ्रेशर्स से लेकर अनुभवी पेशेवरों तक, महिलाएं डेटा साइंस, प्रोडक्ट मैनेजमेंट, क्लाउड इंजीनियरिंग और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में करियर की सीढ़ी तेजी से चढ़ रही हैं। इन पोजीशन पर महिलाओं को मिलने वाली सैलरी भी पहले से कहीं ज्यादा आकर्षक हुई है। टेक इंडस्ट्री में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है और इसके साथ ही सैलरी को लेकर अंतर भी कम हुआ है। रिपोर्ट में कुछ प्रमुख पदों और मिलने वाले वेतन का भी उल्लेख किया गया है, चलिए उस पर नजर डालते हैं।
प्रोडक्ट मैनेजर
प्रोडक्ट मैनेजर किसी उत्पाद की सफलता को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे सुनिश्चित करते हैं कि उत्पाद ग्राहकों की जरूरतों और व्यावसायिक उद्देश्यों दोनों के साथ संरेखित हो। 0 से 3 वर्ष का अनुभव वाले प्रोडक्ट मैनेजर के लिए हाईएस्ट सैलरी 22.1 लाख रुपये प्रति वर्ष है। जैसे-जैसे वे अनुभव प्राप्त करते हैं, सैलरी का ग्राफ भी चढ़ता जाता है। 8+ वर्ष के अनुभव वाले सीनियर प्रोडक्ट मैनेजर या डायरेक्टर 1.60 लाख रुपये प्रति वर्ष तक कमा सकते हैं। ये पेशेवर नेतृत्व की भूमिका निभाते हैं, पूरे उत्पाद पोर्टफोलियो का प्रबंधन करते हैं, उत्पाद की सफलता के लिए रणनीति तैयार करते हैं और बड़ी टीमों की देखरेख करते हैं। ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उत्पाद न केवल ग्राहकों की अपेक्षाओं को पूरा करें बल्कि व्यवसाय के विकास को भी बढ़ावा दें।
डेटा साइंटिस्ट
आज की डेटा-संचालित दुनिया में, डेटा साइंटिस्ट रौ-डेटा को वैल्यूएबल इनसाइट में बदलने में सबसे आगे हैं। डेटा साइंटिस्ट व्यवसाय की सफलता और इनोवेशन को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है और यहां अच्छी सैलरी के अवसर भी काफी ज्यादा हैं। यहां फ्रेशर्स (0 से 3 साल) के लिए, उच्चतम वेतन 18 लाख रुपये सालाना तक पहुंच सकता है। जबकि 8 साल से अधिक के अनुभव वाले सीनियर डेटा साइंटिस्ट 1.50 लाख रुपये प्रति वर्ष तक कमा सकते हैं।
क्लाउड आर्किटेक्ट/इंजीनियर
जैसे-जैसे भारत डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन को अपना रहा है, क्लाउड आर्किटेक्ट और इंजीनियर व्यवसायों के डिजिटल विकास को शक्ति प्रदान करने वाले इन्फ्रास्ट्रक्चर के निर्माण और प्रबंधन के लिए आवश्यक हो गए हैं। ये पेशेवर क्लाउड टेक्नोलॉजी का लाभ उठाकर संगठनों को कुशलतापूर्वक, सुरक्षित और लागत-प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। क्लाउड इंजीनियरिंग क्षेत्र में फ्रेशर्स (0 से 3 वर्ष) के लिए, उच्चतम वेतन 14 लाख रुपये प्रति वर्ष है। जबकि सीनियर लेवल पर 1 करोड़ रुपये प्रति वर्ष तक कमाए जा सकते हैं।
PMO (प्रोजेक्ट मैनेजमेंट ऑफिस)
आज के तेज-तर्रार कारोबारी माहौल में PMO (प्रोजेक्ट मैनेजमेंट ऑफिस) पेशेवर यह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं कि प्रोजेक्ट समय पर, बजट के भीतर और संगठनात्मक लक्ष्यों के अनुरूप पूरे किए जाएं। इस क्षेत्र में फ्रेशर्स (0 से 3 साल) के लिए उच्चतम वेतन 15 लाख रुपये प्रति वर्ष तक पहुंच सकता है। जबकि 8 साल से अधिक के अनुभव वाले सीनियर PMO 80 लाख रुपये प्रति वर्ष तक कमा सकते हैं।
साइबर सुरक्षा एक्सपर्ट
ऐसे युग में जब साइबर सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा बन गई है, साइबर सुरक्षा एक्सपर्ट्स की भूमिका बेहद अहम हो गई है। ये एक्सपर्ट साइबर हमलों से महत्वपूर्ण सिस्टम, नेटवर्क और डेटा की सुरक्षा करते हैं। जैसे-जैसे भारत में व्यवसाय डिजिटल होते जा रहे हैं, साइबर सुरक्षा पेशेवरों की मांग आसमान छू रही है। इस क्षेत्र में फ्रेशर्स (0 से 3 साल) के लिए, उच्चतम वेतन सालाना 12 लाख रुपये प्रति वर्ष तक हो सकता है। 8 साल से अधिक के अनुभव वाले वरिष्ठ साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ 90 लाख रुपये प्रति वर्ष तक कमा सकते हैं।