सोने की कीमतों में फिलहाल नरमी है। 24 कैरेट वाला 10 ग्राम सोना आज करीब 440 रुपये सस्ता हुआ है, लेकिन यह नरमी ज्यादा दिनों तक शायद न बनी रहे। माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में सोना फिर से तेज रफ्तार से दौड़ लगा सकता है। खासकर, 2 अप्रैल से इसकी कीमतों में बड़ा उछाल भी संभव है।
टैरिफ और सोने का रिश्ता
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत सहित दुनिया के कई देशों पर 2 अप्रैल से रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने जा रहे हैं। इससे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फिर उथल-पुथल मच सकती है। ऐसी स्थिति में सोने में निवेश बढ़ जाता है और दाम चढ़ने लगते हैं। ट्रंप के यूएस प्रेसिडेंट की कुर्सी पर बैठने के बाद से सोने के दाम तेजी से बढ़े हैं। टैरिफ नीतियों से शेयर बाजार सहित दूसरे निवेश विकल्पों के कमजोर प्रदर्शन के चलते सोने में निवेश बढ़ा है। जब डिमांड और सप्लाई में अंतर बढ़ता है, तो दाम चढ़ने लगते हैं। सोने के साथ भी यही हुआ है।
ट्रेड वॉर की आशंका
ऐसे में माना जा रहा है कि 2 अप्रैल से जब रेसिप्रोकल टैरिफ अमल में आएगा, तो ट्रेड वॉर तेज होने की आशंका पुन: जन्म लेगी और सोने में निवेश बढ़ेगा। लिहाजा, अगले कुछ दिनों में इसके दाम फिर रॉकेट की स्पीड पकड़ सकते हैं। बैंक ऑफ अमेरिका ने कुछ वक्त पहले ग्लोबल फंड मेनेजर्स के बीच एक सर्वे कराया गया था, जिसमें उन्होंने कहा कि यदि ट्रेड वॉर बड़े पैमाने पर शुरू होती है, तो गोल्ड बेस्ट परफॉर्मिंग एसेट बन जाएगा। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रणनीतिकार लुईस स्ट्रीट का कहना है कि मुद्रास्फीति और आर्थिक विकास पर टैरिफ के संभावित प्रभाव ने सोने की ताकत को बढ़ाया है।
आज है अच्छा मौका
भारत में सोने के दाम की बात करें, तो आज (22 मार्च) इसमें गिरावट आई है। गुडरिटर्न्स के अनुसार, 24 कैरेट वाला 10 ग्राम सोना 89,780 रुपये पर पहुंच गया है। जबकि शुक्रवार को इसके दाम 90,220 रुपये थे। यानी गोल्ड 440 रुपये सस्ता हुआ है। वहीं, चांदी भी करीब 2 हजार रुपये सस्ती हुई है। कल यह 1,03,000 प्रतिकिलो के भाव पर मिल रही थी और आज इसकी कीमत 1,01,000 प्रतिकिलो है। लिहाजा, सोने और चांदी में निवेश करने वालों के लिए आज अच्छा मौका है।
कैसे प्रभावित होती हैं कीमतें?
देश में सोने की कीमतें केवल मांग और आपूर्ति से ही प्रभावित नहीं होतीं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली गतिविधियों का भी इन पर असर पड़ता है। लंदन ओटीसी स्पॉट मार्केट और कॉमेक्स गोल्ड फ्यूचर्स मार्केट सहित प्रमुख वैश्विक बाजारों में होने वाली व्यापारिक गतिविधियों से भी सोने की कीमतें काफी हद तक प्रभावित होती हैं।
कौन तय करता है कीमत?
दुनियाभर में लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन (LBMA) द्वारा Gold की कीमत तय की जाती है। वो US डॉलर में सोने की कीमत प्रकाशित करता है, जो बैंकरों और बुलियन व्यापारियों के लिए वैश्विक बेंचमार्क के रूप में कार्य करती है। वहीं, अपने देश में, इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) सोने की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में आयात शुल्क और अन्य टैक्स को जोड़कर यह निर्धारित करता है कि रिटेल विक्रेताओं को सोना किस दर पर दिया जाएगा।
यह भी पढ़ें – Nifty की वापसी को लेकर कोई शक? ये आंकड़े दूर कर देंगे सभी आशंकाएं