Petrol-Diesel: आम जनता को कुछ राहत मिल सकती है। पेट्रोल-डीजल सस्ता हो सकता है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक तेल विपणन कंपनियां (OMC) पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी कर सकती हैं। हाल ही में सरकारी सूत्र ने कहा, ‘कंपनियों ने अपने घाटे की लगभग भरपाई कर ली है और सामान्य स्थिति के करीब पहुंच गई हैं जैसा कि उनके सकारात्मक तिमाही परिणामों से स्पष्ट है। नतीजतन, उम्मीद है कि कंपनियां पेट्रोल और डीजल की कीमतें कम करेंगी क्योंकि अब उन्हें इन ईंधनों में अंडर-रिकवरी का सामना नहीं करना पड़ेगा।’
एएनआई ने सूत्र के हवाले से कहा, ‘ओएमसी के तिमाही परिणाम अच्छे रहे हैं और वे एक और अच्छे तिमाही परिणाम की ओर जा रहे हैं। इसलिए, उम्मीद है कि ओएमसी डीजल पेट्रोल की कीमतों में कटौती करेगी क्योंकि उनके पास डीजल और पेट्रोल पर कोई अंडर-रिकवरी नहीं है।’ सूत्रों के अनुसार, पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (OPEC) के सदस्यों में से एक द्वारा तेल उत्पादन में कटौती उभरते वैकल्पिक बाजारों के कारण बाजार को प्रभावित नहीं करेगी।
पेट्रोलियम और गैस मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक, थोड़ा असर होगा लेकिन इतना नहीं क्योंकि बाजार में तेल की पर्याप्त आपूर्ति है। रविवार को, OPEC प्लस देशों ने शेष वर्ष के लिए अपने नियोजित तेल उत्पादन कटौती में कोई बदलाव नहीं किया।
नहीं आएगी कच्चे तेल की आपूर्ति में कमी
सऊदी अरब, जो कि दुनिया का प्रमुख तेल निर्यातक है, वह जुलाई से शुरू होने वाले उत्पादन में और कटौती करने के लिए स्वेच्छा से काम कर रहा है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि तेल उत्पादकों के इन फैसलों से कच्चे तेल की आपूर्ति में कमी आने की संभावना नहीं है। उन्होंने कहा, ‘बाजार में कच्चे तेल की आपूर्ति में कोई कमी नहीं है। उत्पादन में और कटौती करने के उत्पादकों के फैसले का कोई असर नहीं होने की उम्मीद है।’
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