Jobs At Risk During TikTok Ban News In America: भारत के बाद अमेरिका भी टिकटॉक को बड़ा झटका दे सकता है। हाल ही में, अमेरिकी सदन ने चीनी एप टिकटॉक को बैन करने के लिए विधेयक पारित किया है। टिकटॉक पर बैन लगाने वाले इस विधेयक को अमेरिकी संसद में भारी बहुमत मिला है। इस तरह चीन के होश उड़ा दिए गए। ऐसे में करीब 300,000 अमेरिकी नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है।
टिकटॉक एप के सीईओ ने क्या कहा?
टिकटॉक के सीईओ शो जी च्यू ने कल यानी 13 मार्च को अमेरिकी प्रतिनिधि सभा द्वारा एक विधेयक पारित करने के बाद नौकरियां जाने की चेतावनी दी। उन्होंने यूजर्स से अपने “संवैधानिक अधिकारों” की रक्षा के लिए बैन का विरोध करने का भी आग्रह किया।
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च्यू ने कहा कि पिछले कुछ सालों में, कंपनी ने यूजर्स के डेटा को सुरक्षित रखने और सभी प्लेटफॉर्म्स को बाहरी हेरफेर से फ्री रखने के लिए इन्वेस्ट किया है और कमिट किया है कि आगे भी ऐसा करना जारी रखेंगे। अगर यह कानून साइन होता है, तो संयुक्त राज्य अमेरिका में टिकटॉक पर बैन लग जाएगा।
च्यू ने कहा कि यह बिल क्रिएटर्स और छोटे बिजनेस की जेब से अरबों डॉलर निकाल लेगा। उन्होंने यह भी कहा कि यह 300,000 से ज्यादा अमेरिकी नौकरियों को खतरे में डाल देगा और टिकटॉक को भी छीन लेगा।
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— TikTok US (@tiktok_us) February 6, 2024
भारत सरकार का दिया उदाहरण
आपको बता दें कि 2020 में भारत सरकार ने टिकटॉक एप पर बैन लगा दिया था। इसके बाद, अमेरिकी सांसदों ने भारत का उदाहरण देते हुए विधेयक के पक्ष में वोट दिए हैं।अमेरिकी सांसदों ने कहा कि टिकटॉक में पारदर्शिता की कमी है और इसके कार्यकारी अधिकारी यूजर्स की प्राइवेसी को सुरक्षित रखने के इच्छुक भी नहीं हैं। यही कारण है कि यूरोपीय यूनियन और कनाडा में भी टिकटॉक पर बैन लगा दिया गया है।
कितने मिले वोट?
अमेरिकी कांग्रेस के निचले सदन में इस बिल के पक्ष में जहां 352 वोट पड़े, वहीं इसके विरोध में 65 वोट पड़े। अमेरिका में टिकटॉक का इस्तेमाल लगभग 170 मिलियन यूजर्स करते हैं और ऐप के बैन का मुद्दा अमेरिका में काफी बड़ा हो गया है। कानून निर्माताओं ने शिकायत की है कि उनके ऑफिस ऐप यूजर्स के कॉल से भर गए हैं जो इस कानून का विरोध कर रहे हैं।