AI platform Bhashini : ट्रांसलेशन यानी अनुवाद के क्षेत्र में भारत क्रांति करने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बेंगलुरु में आयोजित G20 इकनॉमी मिनिस्ट्रियल मीट को संबोधित करते हुए पिछले 9 साल में भारत के डिजिटल परिवर्तन की जमकर तारीफ की। साथ ही उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में भारत AI द्वारा संचालित ट्रांसलेशन का एक मंच ‘भाषिणी’ बना रहा है। जो आने वाले समय में अनुवाद की दुनिया में क्रांति ला सकती है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इससे पहले SCO समिट में भी दुनिया के सामने ‘भाषिणी’ का जिक्र किया था। प्रधानमंत्री मोदी ये कहा था कि भारत दुनिया के साथ इस तकनीक को साझा कर खुशी महसूस करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी के इस ऐलान के बाद केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि डिजिटल इंडिया के विस्तार के तहत अब 10 की जगह ‘भाषिणी’ 22 भाषाओं में अनुवाद करेगी। AI द्वारा संचालित ट्रांसलेशन टूल ‘भाषिणी’ को मोदी सरकार एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट मान कर इसपर काम कर रही है।
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बताया जा रहा है कि ‘भाषिनी’ AI पर आधारित ट्रांसलेशन का एक ऐसा प्लैटफॉर्म होग जो भारतीय भाषाओं के बीच के गैप को खत्म करने का काम करेगा। इसे नेशनल भाषा टेक्नॉलजी मिशन के तहत लाया जा रहा है जिसके द्वारा एक साथ कई लक्ष्यों को साधने की कोशिश होगी।
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एआई प्लैटफॉर्म आधारित ‘भाषिणी’ न सिर्फ सरकार, उद्योग और रिसर्च ग्रुप को जोड़ने का काम करेगा बल्कि इससे अंग्रेजी न बोलने वाले लोगों को भी अपनी भाषा में इंटरनेट के इस्तेमाल में आसानी होगी। लोग अपनी स्थानीय भाषा में इंटरनेट पर कंटेट बना सकेंगे। साथ ही दूसरी भाषा बोलने वाले लोगों के सामने अपनी भाषा में अपनी बात को पहुंचा पाएंगे।
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