IDBI Bank Privatization: IDBI के प्राइवेटाइजेशन से जुड़ी एक बड़ी अपडेट सामने आ रही है। दरअसल रिपोर्ट्स हैं कि IDBI के प्राइवेटाइजेशन से जुड़ी प्रक्रिया को सरकार की तरफ से तेज कर दिया गया है। उम्मीद है कि अक्टूबर 2023 से ही इसके लिए सारे काम किए जा सकते हैं। साल 2019 के बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया था कि आने वाले साल में सरकार दो बैंकों का प्राइवेटाइजेशन कर सकती है। हालांकि कोरोना के चलते बाद में ये फैसला टाल दिया गया।
सरकार के साथ LIC भी बेचेगी अपनी हिस्सेदारी
लेकिन खबर है कि चुनाव से पहले ही सरकार इसके लिए बड़े कदम उठाने जा रही है। सरकार के साथ LIC भी अपनी हिस्सेदारी को बेचना चाह रही है। सरकार के पास 45.48 फीसदी के साथ LIC के पास 49.24 फीसदी की हिस्सेदारी है। रॉयटर्स की खबर के अनुसार, आरबीआई ने अप्रैल 2023 में बोली के लिए अपनी पूरी तैयारी कर लीं थीं। एक बार खरीदारों की लिस्ट बनने के बाद मार्च 2024 तक प्राइवेटाइजेशन का काम पूरा हो सकता है।
एयर इंडिया के बाद सरकार का ये है बड़ा फैसला
प्राइवेटाइजेशन की बात करें तो इससे पहले एयर इंडिया को सरकार निजीकरण कर चुकी है। टाटा ग्रुप ने साल 1947 के बाद उसे अपने साथ जोड़ने में सफलता हासिल की थी। लेकिन ये पहली बार इस सरकार के समय में हो रहा है कि देश का एक बड़े बैंक का निजीकरण किया जा रहा है।
कौन बन सकते हैं खरीदार
खरीदार की लिस्ट जल्दी ही सामने आ सकती है। रिपोर्ट्स हैं कि कई बड़े बिजनेसमैन बोली के लिए आए हैं। जिसमें कोटक बैंक का नाम सबसे आगे माना जा रहा है। फाइनल बिड्स अक्टूबर 2023 तक सामने आ सकते हैं। ये टाइमलाइन की बात है कि प्रोसेस कब तक पूरा रह सकता है। हालांकि ये खबर आने के बाद स्टॉक में 2.53 की फीसदी का इजाफा देखने को मिला है।