नई दिल्ली: Edtech unicorn BYJU का मंगलवार को तिरुवनंतपुरम में अपने कर्मचारियों के साथ विवाद और बढ़ गया। दावा किया गया कि लगभग 170 लोगों को कंपनी से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया जा रहा है। आईटी प्रोफेशनल्स कम्युनिटी पोर्टल टेक्नोपार्क टुडे द्वारा सोशल मीडिया पर उठाए गए इस मामले को आईटी कल्याण संगठन ‘पृथ्वीवाणी’ ने केरल के श्रम मंत्री सी. शिवनकुट्टी तक पहुंचाया।
अभी पढ़ें – Petrol Diesel Price Today: पेट्रोल-डीजल के नए रेट जारी, अपने शहर में जानिए आज का भाव
मंगलवार को कर्मचारी व पृथ्वीवाणी के प्रतिनिधि भी मंत्री से मिले। यह सुनिश्चित करने के बैठक की गई कि BYJU कर्मचारियों को इस्तीफा देने के लिए मजबूर न करे। उन्होंने कर्मचारियों के लिए कंपनी की निकास नीति में संशोधन की मांग की। कर्मचारी
एक नवंबर को अपने अक्टूबर 2022 के वेतन का भुगतान सुनिश्चित करने के साथ-साथ कर्मचारी तीन महीने के वेतन का एकमुश्त निपटान, अर्जित अवकाश नकदीकरण और परिवर्तनीय वेतन के पूर्ण निपटान की मांग कर रहे हैं।
तिरुवनंतपुरम में कर्मचारियों की संख्या 170 के आसपास है, बायजूज, टेक्नोपार्क में स्थित अपने कार्यालय के साथ, राज्य मुख्यालय में अपने संचालन को बंद करने की योजना बना रहा है। शिवनकुट्टी ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘टेक्नोपार्क तिरुवनंतपुरम से BYJU के ऐप के कर्मचारी मुझसे मिलने आए थे। कर्मचारियों को नौकरी जाने सहित कई शिकायतें हैं। श्रम विभाग इस संबंध में एक गंभीर जांच करेगा।’
अभी पढ़ें – Stock Market Opening: शेयर बाजार में उछाल, Sensex 60,000 के करीब तो Nifty 17700 के पार
बता दें कि वित्त वर्ष21 में रिपोर्ट किए गए 4,500 करोड़ रुपये के नुकसान के साथ, BYJU हाल के दिनों में कठिन समय का सामना कर रहा है। कंपनी ने हाल ही में लागत में कटौती के उपायों की घोषणा की थी, जिसमें मानव शक्ति को कम करना शामिल था।
अभी पढ़ें – बिजनेस से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें