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भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम क्यों नहीं हुए कम? सात महीने के निचले स्तर पर पहुंचा कच्चा तेल…जानें- ये बड़ी वजह

नई दिल्ली: वैश्विक तेल कीमतों में सात महीने के निचले स्तर के बावजूद, भारत के सरकारी स्वामित्व वाले ईंधन खुदरा विक्रेता पिछले रिकॉर्ड तोड़ समय से एक ही दर को बनाए हुए हैं। पांच महीने से दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। इससे कंपनियां कम से कम अपने नुकसान की भरपाई करने में सक्षम हैं। […]

Edited By : Nitin Arora | Updated: Sep 12, 2022 13:33
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नई दिल्ली: वैश्विक तेल कीमतों में सात महीने के निचले स्तर के बावजूद, भारत के सरकारी स्वामित्व वाले ईंधन खुदरा विक्रेता पिछले रिकॉर्ड तोड़ समय से एक ही दर को बनाए हुए हैं। पांच महीने से दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। इससे कंपनियां कम से कम अपने नुकसान की भरपाई करने में सक्षम हैं।

बताया जा रहा है कि मंदी की आशंका से मांग पर असर पड़ा है। अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड फरवरी के बाद पहली बार पिछले सप्ताह 90 डॉलर प्रति बैरल से नीचे गिर गया। तब से यह थोड़ा उठा और अब 92.84 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। यह भी छह महीने में सबसे कम है।

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उत्तर स्ट्रीम पाइपलाइन को ऑफलाइन रखने के रूस के निर्णय और उत्पादक कार्टेल ओपेक और उसके सहयोगियों (ओपेक +) द्वारा उत्पादन में कटौती जैसे पॉजिटिव विकास के बावजूद, कीमतों में गिरावट आई।

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भारत में खुदरा पेट्रोल और डीजल की कीमतें रिकॉर्ड टाइम के लिए 158 दिनों से स्थिर बनी हुई हैं। अब उम्मीद जताई जा रही है दाम कुछ कम होंगे। हालांकि, क्या सच में ऐसा कुछ होगा?

तेल मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने क्या कहा?

तेल मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को ईंधन की कीमतों में कोई बदलाव नहीं होने पर मीडिया के सवाल का जवाब दिया और कहा कि जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतें कई साल के उच्च स्तर पर थी तो यहां दरों को बदला नहीं गया। साथ ही उन्होंने राज्य के स्वामित्व वाले ईंधन खुदरा विक्रेताओं के नुकसान की बात कही।

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उन्होंने कहा, ‘जब (अंतरराष्ट्रीय तेल) की कीमतें ऊंची थीं, हमारी (पेट्रोल और डीजल) कीमतें पहले ही कम थीं।’ इसके बाद उन्होंने पूछा, ‘क्या हमने अपने सारे नुकसान की भरपाई कर ली है?’

हालांकि, उन्होंने 6 अप्रैल से दरों को स्थिर रखने से हुए नुकसान के बारे में विस्तार से नहीं बताया। इतना कहा कि वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के बावजूद भारतीय तेल कंपनियां घाटे में हैं और उबरने के लिए वक्त चाहिए। अब इससे साफ है कि HPCL, BPCL और IOCL जैसी तेल वितरण कंपनियां आने वाले समय में कोई दाम नहीं घटाएंगी।

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Edited By

Nitin Arora

First published on: Sep 12, 2022 01:27 PM
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