डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ से केवल शेयर बाजार ही प्रभावित नहीं हुए हैं। क्रिप्टो मार्केट भी बड़ी गिरावट का सामना कर रहा है। खासकर, बिटकॉइन (BTC) बुरी तरह प्रभावित हुआ है। आज यानी 7 अप्रैल को बिटकॉइन 4% से अधिक की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। बीते पांच दिनों में इसमें 9.08% और इस साल अब तक 19.82% की भारी गिरावट आ चुकी है। जबकि 2025 की शुरुआत में यह क्रिप्टो करेंसी रिकॉर्ड ऊंचाई पर थी।
कहां से कहां पहुंच गई कीमत
डोनाल्ड ट्रंप क्रिप्टो समर्थक हैं, इसलिए उनके अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद बिटकॉइन को पंख लग गए थे। जनवरी में ट्रंप के शपथ ग्रहण के दौरान इसकी कीमत करीब 110,000 डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई थी। जबकि अब यह 74,934.73 डॉलर के भाव पर उपलब्ध है। डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति की कुर्सी संभालने के बाद क्रिप्टो को लेकर कई कदम उठाए हैं, लेकिन उनकी टैरिफ नीतियां उन कदमों पर भारी पड़ी हैं। इसलिए क्रिप्टो मार्केट तेजी से भागने के बजाए गिर रहा है।
आगे का क्या है अनुमान?
पारंपरिक बाजारों की तुलना में बिटकॉइन आर्थिक नीति बदलावों के प्रति अधिक संवेदनशील है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि ट्रंप की टैरिफ नीतियों से अमेरिका में मंदी का खतरा बढ़ गया है और इससे क्रिप्टो बाजार भी प्रभावित हो रहा है। कैप्रियोल इन्वेस्टमेंट्स के संस्थापक चार्ल्स एडवर्ड्स के अनुसार, ये टैरिफ अपेक्षा से अधिक हैं और निवेशकों का विश्वास डगमगा गया है। एडवर्ड्स का कहना है कि अगले कुछ सप्ताह बिटकॉइन के लिए महत्वपूर्ण होंगे। यदि BTC 91,000 डॉलर तक पुनः पहुंचने में सफल हो जाता है, तो यह मजबूत रिकवरी का संकेत होगा। अन्यथा यह 71,000 डॉलर तक भी जा सकता है।
क्या सही होगी भविष्यवाणी?
अमेरिकी शेयर बाजार और बिटकॉइन की कीमतों में लगातार आ रही गिरावट से यह सवाल भी खड़ा हो गया है कि क्या पीटर शिफ (Peter Schiff) की भविष्यवाणी सही साबित होगी? अमेरिकी निवेशक पीटर शिफ (Peter Schiff) बिटकॉइन के 20,000 डॉलर तक गिरने की आशंका जता चुके हैं। उनका कहना है कि अगर प्रमुख अमेरिकी इंडेक्स नैस्डैक मंदी के दौर में प्रवेश करता है, तो दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन का प्रदर्शन बुरी तरह प्रभावित हो सकता है।
गिर रहा अमेरिकी बाजार
बिटकॉइन की कीमतों को अक्सर अमेरिकी टेक्नोलॉजी शेयरों और नैस्डैक की गतिविधियों से जोड़कर देखा जाता है। पीटर शिफ के अनुसार, अगर नैस्डैक में करेक्शन का दौर आगे भी जारी रहता है, तो बिटकॉइन की कीमतें गंभीर रूप से प्रभावित हो सकती हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर नैस्डैक 20% नीचे जाता है, तो बिटकॉइन का भाव लगभग 65 हजार डॉलर पहुंच जाएगा। इसी तरह, प्रमुख सूचकांक में 40% की गिरावट बिटकॉइन को 20,000 डॉलर या उससे नीचे ले जा सकती है। बता दें कि नैस्डैक 4 अप्रैल को 5.82% की गिरावट के साथ बंद हुआ था। बीते 5 सत्रों में इसमें 8.55% और इस साल अब तक 19.15% की गिरावट आई है।
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