अडाणी ग्रुप ने एक और नया इतिहास रच दिया है। वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी ने अपने अब तक के सबसे शानदार नतीजे दर्ज किए हैं। रिकॉर्ड मुनाफा, अब तक की सबसे ऊंची EBITDA कमाई और बेहतरीन रिटर्न ऑन एसेट (ROA) जैसे आंकड़े इस साल को खास बनाते हैं। इस साल अडाणी पोर्टफोलियो का EBITDA ₹89,806 करोड़ तक पहुंच गया, जो कि अब तक का सबसे अधिक है। साथ ही ₹1.26 लाख करोड़ का पूंजी निवेश और 16.5% का ROA इसे वैश्विक स्तर पर भी अव्वल बनाता है। यह ग्रुप की दूरदर्शिता, दमदार योजना और शानदार प्रबंधन का प्रमाण है।
अडाणी ग्रुप ने वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) में किया बेहतरीन प्रदर्शन
अडाणी ग्रुप ने वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए अब तक का सबसे ऊंचा EBITDA ₹89,806 करोड़ (लगभग $10.5 बिलियन) दर्ज किया। अडाणी ग्रुप की कुल संपत्ति ₹6.1 लाख करोड़ हो गई है और सालाना मुनाफा ₹40,565 करोड़ रहा। अडाणी ग्रुप की कंपनियों ने बीते छह सालों में 25% की दर से संपत्ति में वृद्धि की है। कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी जुगेषिंदर ‘रॉबी’ सिंह ने कहा कि “FY25 में 16.5% का रिटर्न ऑन एसेट (ROA) दर्ज किया गया जो वैश्विक स्तर पर इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में सबसे ऊंचा है।”
इन्फ्रास्ट्रक्चर और ऊर्जा क्षेत्र में जबरदस्त बढ़त
अडाणी ग्रुप का 82% EBITDA मुख्य इन्फ्रास्ट्रक्चर बिजनेस से आया है, जिसमें अडाणी पावर, अडाणी ग्रीन एनर्जी, अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस, अडाणी टोटल गैस, और अडाणी पोर्ट्स जैसे व्यवसाय शामिल हैं। ट्रांसपोर्ट सेक्टर का EBITDA 19% बढ़कर ₹20,471 करोड़ और अडाणी एंटरप्राइजेज की इन्फ्रास्ट्रक्चर यूनिट का EBITDA 70% की वृद्धि के साथ ₹10,085 करोड़ रहा। FY25 में कंपनी ने ₹1.26 लाख करोड़ (Capex) की, जो ग्रुप के इतिहास में सबसे ज्यादा है।
ऋण में गिरावट और नकद भंडार में मजबूती
अडाणी ग्रुप की बैलेंस शीट भी लगातार मजबूत हुई है। नेट डेट-टू-EBITDA अनुपात FY19 में 3.8x से घटकर FY25 में 2.6x रह गया है। अडाणी ग्रुप के पास ₹53,843 करोड़ की नकदी है, जो कुल कर्ज का 18.5% है। FY25 में ग्रुप औसत ऋण लागत 7.9% रही, जो FY24 में 9% और FY19 में 10.3% थी। इसका कारण यह है कि अब ग्रुप की 90% कमाई AA या उससे ऊपर रेटेड एसेट्स से आ रही है।
विकास की गति और भविष्य की तैयारियां
अडाणी ग्रुप की कंपनियों ने हाल ही में बहुत अच्छा काम किया है। अडाणी ग्रीन ने बिजली बनाने की क्षमता को बढ़ाकर 14,243 मेगावाट कर लिया है। अडाणी पावर की बिजली प्रोडक्शन क्षमता अब 17.5 गीगावॉट (GW) हो गई है। अडाणी पोर्ट्स ने इस साल 450 मिलियन मीट्रिक टन (MMT) माल को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया है। वीजिनजाम पोर्ट, जो हाल ही में शुरू हुआ है, उसने केवल 4 महीनों में ही 1 लाख कंटेनर (TEU) को संभाल लिया है। अडाणी एंटरप्राइजेज ने 4263 मेगावाट के सोलर पैनल बेचे हैं। साथ ही मुंद्रा में उन्होंने एक नया कॉपर (तांबा) बनाने का प्लांट शुरू किया है। अडाणी ग्रुप का सपना है कि वो देश के विकास में मदद करे और तरक्की के साथ अच्छाई भी बनाए रखे। अब ये सपना सच्चाई की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा है।