Long-Nose Trucks May Soon Come Back in India: भारत की सड़कों पर 1980 के दशक तक Dog-Nose Trucks (long nose) चलते थे। अब इन ‘डॉग-नोज’ ट्रकों की इंडिया की सड़कों पर फिर वापसी की योजना है। दरअसल, सामान्य या वर्तमान में चल रहे ट्रकों के मुकाबले ये आगे से दिखने में काफी बड़े होते हैं। ऑटो एक्सपर्ट का कहना है कि इनसे लॉजिस्टिक्स में सुधार और सड़क सुरक्षा बेहतर करने में मदद मिलगी।
दरअसल, इन ट्रकों का इंजन और बोनट केबिन आगे की तरफ निकाला रहता है। कुछ लोग का मानना है कि इससे चालक को हादसे के समय रिस्पॉन्स करने का अधिक समय मिलता है उसकी सड़क पर विजिबिलिटी क्लीयर होती है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इंडिया में साल 1990 के दशक तक ये ट्रक सड़कों पर आम थे। लेकिन बाद में फ्रेट वाहनों की लंबाई सीमित करने वाले नियमों के कारण इन डिजाइन को धीरे-धीरे सड़कों से हटा दिया गया।
कैसे दिखते हैं Dog-Nose Trucks, इनके डिजाइन से क्या मिलता है फायदा?
ऑटो एक्सपर्ट के अनुसार इन ट्रकों में इंजन का हिस्सा ड्राइवर केबिन के आगे निकला रहता है। माना जाता है कि इससे ड्राइवर फिलहाल बाजार में मौजूद फ्लैट-फ्रंट ट्रकों के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित रखता है। दरअसल, इंजन का हिस्सा आगे होने के चलते सड़क हादसे होने पर ट्रक और ड्राइवर केबिन पर कम प्रभाव पड़ता है। जिससे बेहतर सुरक्षा और हाई स्पीड में ट्रक को संभालने का अधिक समय मिलता है।
Kuna yule rafiki yako Mtaalamu wa Magari kila akiona long-nose Truck anaiita INTERNATIONAL, mtaje kwanza 😁 pic.twitter.com/MZjcgdexpw
---विज्ञापन---— Polycarp The Bibliophile (@PolycarpMDM) May 11, 2024
Dog-Nose Trucks में अगला हिस्सा होता है बड़ा, इंजन को ठंडा रखने में मिलती है मदद
रिपोर्ट्स के अनुसार Dog-Nose Trucks में अगला हिस्सा बड़ा होता है, जिससे इंजन को ठंडा रखने में मदद मिलती है। जहां इस डिजाइन के फायदे हैं तो इनके कुछ नुकसान भी हैं, जैसे कई बार पास देखने में ड्राइवर की दृश्यता कम रहती है। ट्रक के अगले हिस्से की लंबाई अधिक होने के चलते संकरी सड़कों पर इसे चलाना मुश्किल होता है। इसमें फ्लैट फ्रंट ट्रकों की तुलना में कम कार्गो स्पेस होता है।
सरकार Dog-Nose Trucks को सड़कों पर दोबारा उतारने के लिए कर रही विचार, होंगे ये बदलाव
मीडिया रिर्पोट्स के अनुसार केंद्र सरकार दिखने में इन बड़े डिजाइन वाले ट्रकों को फिर से सड़कों पर उताने पर विचार कर रही है, लेकिन इस बार इन ट्रकों के इंजन से प्रदूषण कम हो और नए ट्रैफिक नियमों का पालन हो इसे ध्यान में रखकर बदलाव किया जाएगा। कुछ लोगों का दावा है कि अगर ये ट्रक दोबारा चलाए जाएंगे तो इससे एक समय में अधिक सामान लाने-ले जाने में मदद मिलेगी। बता दें कि विदेशों में अधिकांश जगह Dog-Nose Truck इस्तेमाल में लाए जाते हैं।
ये भी पढ़ें: Tata Harrier.ev को टक्कर देने वाली मारुति e Vitara की लॉचिंग टली! अब इस महीने होगी लॉन्च