Surya Guru Yuti 2024: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य देव को आत्मा और पिता का कारक ग्रह माना गया है। मान्यता है कि सूर्य देव ऊर्जा और बल भी प्रदान करते हैं। जब सूर्य देव अपनी राशि या नक्षत्र परिवर्तन करते हैं, तो सभी राशियों के जीवन पर कुछ न कुछ प्रभाव जरूर पड़ता है। वहीं सभी ग्रहों के देवता गुरु बृहस्पति ग्रह को सुख, समृद्धि, धन, वैभव और मान-सम्मान का कारक माना गया है। ज्योतिषियों के अनुसार, जब भी सूर्य और गुरु एक साथ मिलते हैं, तो कुछ राशियों के जीवन में अच्छे दिन शुरू हो जाते हैं। बता दें कि अप्रैल माह में सूर्य और गुरु की युति होने वाली है। जिससे 3 राशियों को गजब का लाभ देखने को मिलेगा।
कब होगी गुरु और सूर्य की युति
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों के देवता गुरु और सूर्य की युति आज रात 9 बजकर 15 मिनट के बाद हो जाएगी। क्योंकि आज रात 9 बजकर 15 मिनट के बाद ग्रहों के राजा सूर्य देव मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य देव के मेष राशि में प्रवेश करते ही गुरु बृहस्पति के साथ युति करेंगे। क्योंकि मेष राशि में पहले से ही गुरु बृहस्पति विराजमान हैं। तो आज इस खबर में जानेंगे कि सूर्य और गुरु बृहस्पति की युति से किन-किन राशियों को लाभ मिलने वाला है।
मेष राशि
मेष राशि वाले लोगों के लिए सूर्य और गुरु की युति बहुत ही शुभ रहने वाली है क्योंकि सूर्य और गुरु की युति लग्न भाव में हो रही है। ऐसे में मेष राशि वाले लोगों को खूब सारा धन-दौलत की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही लंबे समय से चली आ रही परेशानियां खत्म हो जाएंगी। करियर और व्यवसाय में जमकर लाभ होगा। साथ ही जो लोग नौकरी कर रहे हैं उनके स्थान में परिवर्तन के योग बन रहे हैं। आय में वृद्धि हो सकती है। कार्यक्षेत्र में विस्तार होगा।
मिथुन राशि
मिथुन राशि वाले लोगों के लिए सूर्य और गुरु की युति बहुत ही शुभ और अनुकूल साबित होगी। क्योंकि सूर्य और गुरु की युति मिथुन राशि के कुंडली में एकादश भाव में हो रही है। एकादश भाव में होने से मिथुन राशि वाले लोगों को वित्तीय मामले में अच्छे परिणाम मिलेंगे। साथ ही आय के नए-नए स्रोत खुलेंगे। जो लोग नौकरी कर रहे हैं उनके पद और वेत में वृद्धि हो सकती है। परिवार के साथ कहीं धार्मिक यात्रा पर जाने का प्लान बना सकते हैं। खर्चा बढ़ सकता है।
कर्क राशि
ज्योतिषियों के अनुसार, कर्क राशि वाले लोगों के लिए गुरु और सूर्य की युति बहुत ही शुभ होगी। क्योंकि सूर्य और गुरु की युति दशम भाव में होने जा रही है। ऐसे में कर्क राशि के दशम भाव को कर्म और करियर का भाव कहा जाता है। अप्रैल के बाद अब कर्क राशि वाले लोगों के पद-प्रतिष्ठा के साथ लक्ष्य की प्राप्ति होगी।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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