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कुंडली में है राहु दोष तो सोमवती अमावस्या पर करें 4 अचूक उपाय, जल्द मिलेगी मुक्ति

Somvati Amavasya: जिस जातक की कुंडली में राहु दोष होता है, उसे सोमवती अमावस्या के दिन कुछ उपाय जरूर करना चाहिए। तो आइए उन उपायों के बारे में जानते हैं।

Edited By : Raghvendra Tiwari | Updated: Nov 5, 2023 17:33
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Somvati Amavasya
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Somvati Amavasya 2023: वैदिक ज्योतिष शास्त्र में राहु को छाया ग्रह कहा गया है। मान्यता है कि जिस जातक की कुंडली में राहु दोष होता है, उस व्यक्ति के जीवन में कई तरह की समस्याएं आने लगती हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कहा जाता है कि अमावस्या तिथि पर राहु ग्रह सबसे अधिक प्रभावी होता है। ऐसे में साल की अंतिम सोमवती अमावस्या 13 नवंबर दिन सोमवार को पड़ रही है। इस दिन कुछ उपाय करने से राहु के दोष से मुक्ति मिल जाती है। तो आज इस खबर में जानेंगे कि सोमवती अमावस्या के दिन कौन सा उपाय करने से राहु के बुरे प्रभावों से मुक्ति पा सकते हैं। तो आइए विस्तार से जानते हैं।

राहु के दुष्प्रभाव

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, राहु को बहुत ही क्रूर ग्रह माना जाता है। मान्यता है कि जिस जातक की कुंडली में राहु दोष होता है, उस जातक को धर्म के प्रति रुचि कम हो जाती है। इसके साथ ही उसके जीवन में नकारात्मक शक्तियां बहुत ही प्रभावशाली होने लगती हैं और व्यक्ति नकारात्मक होने लगता है।

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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिस जातक की कुंडली में राहु ग्रह के दुष्प्रभाव रहता है, तो उस जातक की जीवन में तरक्की रुक जाती है। इसके साथ ही तरक्की में कई सारी अड़चनें पैदा होने लगती हैं। इतना नहीं कहा जाता है कि जिसकी कुंडली में राहु दोष होता है, उस व्यक्ति के जीवन में कई सारी अशुभ घटनाएं भी होने लगती हैं। जैसे- नींद न आना, डरावने सपने आना, सोते समय बार-बार डर जाना, आलस आना और शरीर में कमजोरी होना, ये सारी घटनाएं राहु का अशुभ संकेत देते हैं।

राहु के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए के उपाय

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सोमवती अमावस्या के दिन जल में काले तिल मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करना चाहिए। इसके बाद ऊँ रां राहवे नम: मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से राहु के दुष्प्रभाव से मुक्ति मिल जाती है।

जो जातक सोमवती अमावस्या के दिन राहु स्तोत्र का पाठ करता है, उसकी कुंडली में राहु के बुरे प्रभाव कम हो जाते हैं। इसके साथ ही जीवन में नकारात्मक प्रभाव नियंत्रण रहते हैं।

जिस जातक की कुंडली में राहु दोष रहता है उसे सोमवती अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल और लौंग डालकर दीपक जलाना चाहिए।

जो जातक सोमवती अमावस्या के दिन काले कुत्ते को रोटी खिलाता है, उसकी कुंडली से राहु दोष कम हो जाता है।

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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।

First published on: Nov 05, 2023 05:24 PM

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