डिस्क्लेमर:यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है।News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।
Shani Dev: ज्योतिषि शास्त्र में शनि देव को न्यायकर्ता कहा गया है। यानी जो जातक जिस प्रकार के कार्म को अंजाम देता है, उसको शनि देव परिणाम भी वैसा ही देते हैं। ऐसे में जो जातक अच्छे कार्य करते हैं, न्याय प्रिय रहते हैं और जो गरीबों की सेवा करते हैं, उन पर शनि देव हमेशा अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं। कहते हैं कि शनि देव रंक को भी राजा बनना में देर नहीं करते। वहीं जो बुरे कर्म करते हैं, उन पर शनि अपनी क्रूक दृष्टि रखते हैं। परिणामस्वरूप ऐसे लोग नौकरी-व्यापार लेकर तमाम परेशानियों से जूझते रहते हैं। उनके जीवन में अच्छा समय कब आएगा यह कहना मुश्किल होता है। इन सबके अवाला शनि देव ऐसे लोगों पर भी अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं, जो भैरव (कुत्ता) की सेवा करते हैं। आइए जानते हैं कि भैरव की सेवा करके किस प्रकार शनि देव की कृपा प्राप्त की जा सकती है।
काला भैरव
अक्सर लोग घर में कु्त्ता यानी भैरव को पालते हैं और दिन-रात उनकी सेवा करते हैं। ज्योतिषीय मान्यता के अनुसार, शनि देव का भैरव से खास कनेक्शन है। मान्यता है कि जो कोई नियमित तौर पर काले कुत्ते की सेवा करता है, उसे रोटी खिलता है और उसे कभी प्रताड़ित नहीं करता है, ऐसे लोगों पर शनि देव हमेशा खुश रहते हैं। जिसके परिणामस्वरुप ऐसे जातकों नौकरी और बिजनेस में दिन-रात तरक्की होती रहती है। अगर आपके घर कुत्ता नहीं है तो कोई बात नहीं। घर के बाहर सड़क कहीं भी भैरव (कुत्ता) दिखे तो सबसे पहले उसे प्यार से पुचकारें और संभव हो तो ताजी रोटी खिलाएं। अगर भैरव देव रोटी ना खाएं को उनका पसंदीदा चीज भी उन्हें दे सकते हैं। इससे शनिदेव की कृपा प्राप्त होती रहेगी।
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केतु ग्रह के दोषों से मिलती है मुक्ति
मान्यता है कि घर काला कुत्ता पालने से नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती। इसके अलावा कहा यह भी जाता है कि काला कुत्ता परिवार से सभी सदस्यों को बुरी नजरों से बचाता है। ज्योतिष शास्त्र के जानकार धनंजय पांडेय बताते हैं कि काले कुत्ते पर शनि और केतु दोनों ही ग्रहों का प्रभाव रहता है। ऐसे में काले कुत्ते की सेवा करने से न केवल शनि देव प्रसन्न होते हैं, बल्कि केतु ग्रह भी शांत रहता है।
काल भैरव
साढ़ेसाती और ढैय्या से भी मिलती है मुक्ति
शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभाव को कम करने के लिए या उससे मुक्ति पाने के लिए कुत्तों को सरसों के तेल से चुपड़ी रोटी खिलानी चाहिए। कुत्ते को पालने या उसकी सेवा करने से काल भैरव भी प्रसन्न होते हैं। जिन लोगों के घर में संतान सुख की प्राप्ति नहीं हो रही है, कुत्तों की सेवान करने से इस समस्या का भी समाधान होने लगता है। वहीं, आर्थिक स्थिति भी मजबूत रहती है।