Numerology: प्यार में बार-बार धोखा मिलना या रिश्तों में असफलता का सामना करना कई लोगों के लिए एक आम अनुभव हो सकता है। हालांकि, कुछ लोग इस स्थिति से बार-बार गुजरते हैं, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या इसमें उनके जन्म की तारीख का कोई रोल है?
न्यूमरोलॉजी, यानी अंक ज्योतिष, के अनुसार, कुछ विशेष जन्मतिथियों में जन्म लेने वाले लोगों को लव लाइफ में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। आइए जानते हैं कि वे कौन से मूलांक हैं, जिनको प्यार पाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है।
मूलांक 4 (महीने की 4, 13, 22, 31 तारीख को जन्मे लोग)
इस मूलांक के स्वामी राहु ग्रह हैं। मूलांक 4 से जुड़े लोग बहुत प्रैक्टिकल और जिद्दी स्वभाव के होते हैं। वे किसी भी रिलेशनशिप को लॉजिक से देखते हैं, जबकि प्यार एक इमोशनल कनेक्शन होता है। इन लोगों को कंट्रोल करने की आदत होती है, जिससे पार्टनर को बंधन महसूस होने लगता है। ये लोग अपनी भावनाएं खुलकर जाहिर नहीं कर पाते है, जिससे सामने वाले को यह लगता है कि इन्हें फर्क ही नहीं पड़ता है। यही कारण है कि इन्हें प्यार में बार-बार धोखा मिल सकता है।
मूलांक 7 (7, 16, 25 तारीख को जन्मे लोग)
इस अंक के स्वामी केतु हैं। मूलांक 7 वाले लोग काफी इंट्रोवर्ट और सोचने वाले टाइप होते हैं। ये बहुत गहराई से सोचते हैं और इमोशनली बहुत सेंसिटिव होते हैं, लेकिन अपनी फीलिंग्स को शब्दों में बयां करने में कमजोर होते हैं। इन्हें किसी पर भरोसा करने में समय लगता है। वहीं, इसी दौरान अगर सामने वाला इन्हें टाइम नहीं देता है तो रिलेशनशिप में दरार आ जाती है। यह लोग जल्दी अटैच हो जाते हैं और जब रिश्ता टूटता है, तो इन्हें बहुत गहरा इमोशनल झटका लगता है।
मूलांक 8 (8, 17, 26 तारीख को जन्मे लोग)
इस अंक के स्वामी शनि हैं। मूलांक 8 से जुड़े लोग अपने करियर और गोल्स में इतने बिजी होते हैं कि रिलेशनशिप को समय नहीं दे पाते हैं। ये इंटेंस और सीरियस नेचर के होते हैं, और कभी-कभी बहुत ज्यादा ओवरथिंक भी करते हैं। इन्हें इमोशंस एक्सप्रेस करने में दिक्कत होती है और अक्सर इन्हें ये लगता है कि प्यार में भी लॉजिक होना चाहिए। ऐसे में जब सामने वाला इमोशनल कनेक्शन चाहता है और इन्हें उसकी जरूरतों की फिक्र नहीं होती है, तो रिश्ता धीरे-धीरे कमजोर हो जाता है।
मूलांक 9 (9, 18, 27 तारीख को जन्मे लोग)
मूलांक 9 वाले लोग बेहद इमोशनल, दयालु और दूसरों की केयर करने वाले होते हैं। इस अंक के स्वामी मंगलदेव हैं। इस कारण यही केयरिंग नेचर कई बार इनके लिए मुसीबत बन जाता है। ये लोग खुद से ज्यादा पार्टनर की खुशियों को अहमियत देते हैं और खुद की सीमाएं तय नहीं कर पाते हैं। लोग इनकी इस बात का फायदा उठाते हैं, और ये बार-बार ऐसे रिश्तों में फंस जाते हैं जहां इन्हें सिर्फ धोखा ही मिलता है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी अंकज्योतिष शास्त्रों पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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