Mauni Amavasya Snan Vidhi at Home: हिन्दू धर्म शास्त्र में मौनी अमावस्या का दिन बहुत खास बताया गया है। इस दिन व्यक्ति स्नान और दान कर अत्यंत फल की प्राप्ति हासिल कर सकता है। खासतौर पर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में मौनी अमावस्या के स्नान का खास महत्व होता है। 144 साल बाद प्रयाग में महाकुंभ लगा है और कई श्रद्धालु मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के लिए यहां पहुंचे हैं, लेकिन अधिक भीड़ या अन्य कारण से आप महाकुंभ नहीं जा सके हैं तो कुछ विधि है जिसे अपनाकर पवित्र नदी में स्नान करने का पुण्य घर पर ही मिल सकता है। आइए जानते हैं घर पर कैसे अमृत स्नान कर सकते हैं?
मौनी अमावस्या का शुभ मुहूर्त
- मौनी अमावस्या के दिन स्नान के लिए ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5:25 से 6:28 तक है।
- विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 22 मिनट से 3 बजकर 05 मिनट तक है।
- गोधूलि मुहूर्त शाम 5 बजकर 15 मिनट से 6 बजकर 15 मिनट तक है।
कैसे करें मौनी अमावस्या के दिन घर पर अमृत स्नान?
मौनी अमावस्या के दिन अगर आप कुंभ नहीं जा सके हैं तो घर पर भी अमृत स्नान का फल प्राप्त कर सकते हैं। बस इसके लिए पूजा विधि को अपनाते हुए स्नान करना होगा। घर पर अगर त्रिवेणी संगम का जल नहीं है तब भी आप उतना ही पुण्य प्राप्त कर सकते हैं।
- सबसे पहले नहाने की खाली बाल्टी लें।
- इसमें गंगाजल डालने के बाद दूसरा नहाने का पानी मिलाएं।
- गंगा, यमुना और सरस्वती के नाम का जाप करें।
- “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः” मंत्र का जाप करें।
- इसके बाद पैरों की तरफ सबसे पहले स्नान का जल डालें।
- नीचे से ऊपर की तरफ पानी डालते हुए स्नान कर लें।
- नहाते समय मंत्रों का जाप मन में करते रहें।
हिन्दू शास्त्र के अनुसार इस विधि से स्नान करने का फल व्यक्ति को पवित्र नदी में स्नान करने जितना ही मिलता है। इसके अलावा अगर घर के नजदीक यमुना या अन्य पवित्र नदी है तो आप वहां जाकर भी स्नान कर सकते हैं।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।