Mangal Vakri 2024: वैदिक ज्योतिष के 4 ग्रहों को छोड़ कर सभी ग्रह समय-समय पर वक्री और मार्गी होते रहते हैं। ये 4 ग्रह हैं सूर्य, चंद्रमा, राहु और केतु। सूर्य और चंद्रमा कभी वक्री नहीं होते हैं, तो राहु और केतु हमेशा वक्री रहकर उल्टी चाल ही चलते हैं, इसलिए अशुभ माने जाते हैं। केवल राहु केतु ही नहीं किसी भी ग्रह का वक्री होना अच्छा नहीं होता है, क्योंकि ये शुभ फल भले न दें, लेकिन अशुभ परिणाम दे ही देते हैं।
कब से कब तक वक्री रहेंगे मंगलदेव?
वैदिक ज्योतिष में शारीरिक बल, ऊर्जा, चल-अचल संपत्ति जैसे गाड़ी-वाहन, जमीन, मकान आदि के दाता ग्रह मंगल दिसंबर में वक्री होंगे और 80 दिनों उल्टी चाल चलकर देश-दुनिया में उथल-पुथल मचाएंगे। वैदिक ज्योतिष की गणितीय गणना के मुताबिक, शनिवार 7 दिसंबर, 2024 को वक्री होने के बाद मंगल ग्रह 24 फरवरी, 2025 को मार्गी होकर सीधी चाल चलेंगे। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, वक्री मंगल किसी राशि पर कोई रहम नहीं करेंगे, वहीं 80 दिनों तक 3 राशियों के जीवन में आएगा भूचाल आ सकता है। आइए जानते हैं, ये अनलकी राशियां कौन-सी हैं?
वक्री मंगल का राशियों पर असर
मेष राशि
मेष राशि वाले लोग आमतौर पर उत्तेजित और आवेगी होते हैं। वक्री मंगल के प्रभाव से आपमें चिड़चिड़ापन, गुस्सा और धैर्य की कमी बढ़ सकती है। धन कमाने के प्रयास फेल हो सकते हैं। आय में कमी आ सकती है। निवेश से नुकसान होने की संभावना है। वर्क प्लेस पर तनाव और सहकर्मियों के साथ मतभेद हो सकते हैं। इन्क्रीमेंट में बाधा आ सकती है। व्यापार में रुकावटें आ सकती हैं। आपको नए निवेश से बचना चाहिए। बचत में कमी होने और खर्च बढ़ने से कर्ज लेना पड़ सकता है। अभी यात्राओं को टालें, वक्री मंगल दुर्घटना के योग बना रहे हैं। एक्सीडेंट न होने की सूरत में सामान चोरी हो सकता है या भारी धन हानि हो सकती हैं।
वृश्चिक राशि
राशिचक्र की 8वीं राशि वृश्चिक के जातक इमोशन से भरे होते हैं। वक्री मंगल के प्रभाव से आपमें ईर्ष्या, जलन और बदले की भावना बढ़ सकती है। आय के स्रोतों में अस्थिरता आने की आशंका है। आर्थिक नुकसान होने की संभावना है। जॉब में कार्यस्थल पर तनाव और सहकर्मियों के साथ विवाद हो सकते हैं। नौकरी छूटने का खतरा भी रहता है। उद्योग-धंधे और व्यापार में प्रतिस्पर्धा बढ़ सकती है। नुकसान होने की संभावना है। लाभ घटने से वित्तीय दबाव बढ़ सकता है। कर्ज बढ़ सकता है। धन के अपव्यय बढ़ने की आशंका है, जिससे धन संकट बढ़ेगा। खर्चों पर कंट्रोल न होने के कारण धन संकट और गहराएगा, जीना मुहाल हो सकता है।
मकर राशि
मकर राशि के स्वामी है, इसलिए आप अनुशासन के पक्के होने के साथ थोड़े महत्वाकांक्षी भी होते हैं। वक्री मंगल के प्रभाव से आपमें अहंकार बढ़ सकता है। दूसरों के साथ आपके संबंध खराब हो सकते हैं धन कमाने के प्रयास और आय के स्रोतों में बाधा आ सकती है। निवेश से नुकसान होने की संभावना है। नौकरी में सीनियर या उच्च अधिकारियों के साथ मतभेद हो सकते हैं। परिणामस्वरूप इन्क्रीमेंट या प्रमोशन में देरी हो सकती है। व्यापार में रुकावटें आने के योग हैं। पार्टनरशिप में समस्याएं हो सकती हैं। कानूनी लफड़े से बिजनेस की साख को धक्का लगेगा, धन हानि से बिजनेस ठप हो सकता है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।