Kaalchakra: आमतौर पर जन्मकुंडली देखते समय लग्न भाव के ग्रह पर ध्यान दिया जाता है। इसके बाद धीरे-धीरे आगे बढ़ते हुए अन्य भाव तथा वहां बैठे ग्रहों का अध्ययन किया जाता है। सबसे अंत में बारहवां भाव आता है। ज्योतिष में बारहवें घर को व्यय भाव कहा जाता है जो किसी भी व्यक्ति की मेहनत के अंतिम नतीजे को दर्शाता है।
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कुछ ज्योतिषी बारहवें भाव को सर्वाधिक महत्व देते हैं। उनके अनुसार इसके अध्ययन से व्यक्ति के पूरे जीवन का सटीक अंदाजा लगाया जा सकता है। यही कारण है कि यहां पर जो भी ग्रह बैठा होता है, वह व्यक्ति के सौभाग्य-दुर्भाग्य का निर्णय करता है। पंडित सुरेश पांडेय के अनुसार इस एक भाव तथा यहां बैठे ग्रह के आधार पर किसी भी व्यक्ति के पूरे जीवन चरित्र को आसानी से जाना जा सकता है, देखें वीडियो
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।