Numerology: ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में रंगों का विशेष महत्व है और माना जाता है कि सही रंग का उपयोग न केवल मन को शांत करता है, बल्कि एकाग्रता और बुद्धिमत्ता को भी बढ़ाता है। बच्चों की पढ़ाई में सफलता के लिए उनकी जन्म तिथि के आधार पर पेन का रंग चुनना एक प्रभावी उपाय हो सकता है। अंकज्योतिष के अनुसार 1 से लेकर 9 तक के सभी अंकों का संबंध किसी न किसी ग्रह से होता है।
वहीं, ज्योतिष शास्त्र में हर ग्रह का एक विशिष्ट रंग बताया गया है। ये रंग व्यक्ति के मन, बुद्धि और ऊर्जा को प्रभावित करते हैं। बच्चों की पढ़ाई में एकाग्रता बढ़ाने के लिए, उनके जन्म की तारीख के आधार पर ग्रहों से संबंधित रंगों का चयन किया जा सकता है। यहां हम पेन की स्याही के रंग की बात नहीं कर रहे हैं। हम पेन के कलर की बात कर रहे हैं।
माह की 1, 10, 19, 28 तारीख पर जन्मे लोग
जिन बच्चों का जन्म किसी भी महीने की 1, 10, 19 या 28 तारीख होता है। उनपर सूर्य का प्रभाव होता है। सूर्य आत्मविश्वास और नेतृत्व का प्रतीक है। ऐसे बच्चों के लिए लाल या नारंगी रंग का पेन यूज करना चाहिए। ये रंग ऊर्जा और उत्साह को बढ़ाते हैं, जिससे बच्चे पढ़ाई में आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ते हैं। वहीं, मनोवैज्ञानिक रूप से भी लाल रंग ध्यान आकर्षित करता है और मस्तिष्क को सक्रिय रखता है।
महीने की 2, 11, 20, 29 तारीख को जन्म लेने वाले
महीने की 2, 11, 20 या 29 तारीख को जन्मे बच्चे चंद्रमा के प्रभाव में होते हैं, जो मन और भावनाओं का कारक है। इन बच्चों के लिए सफेद या हल्के नीला रंग का पेन चुनना चाहिए। हल्का नीला रंग मन को शांत करता है और एकाग्रता को बढ़ाता है, जिससे बच्चे जटिल विषयों को आसानी से समझ सकते हैं। यह रंग तनाव को कम करने में भी मदद करता है, जो परीक्षा के समय उपयोगी होता है।
महीने में 3, 12, 21, 30 तारीख पर जन्मे बच्चे
महीने की 3, 12, 21 या 30 तारीख को जन्मे बच्चे बृहस्पति के प्रभाव में होते हैं, जो ज्ञान और बुद्धि का प्रतीक है। इन बच्चों के लिए पीला रंग का पेन सबसे उपयुक्त है। पीला रंग सकारात्मकता और रचनात्मकता को बढ़ाता है, जिससे बच्चे नई चीजें सीखने में रुचि लेते हैं। यह रंग मस्तिष्क की विश्लेषणात्मक क्षमता को भी उत्तेजित करता है, जो गणित और विज्ञान जैसे विषयों में मददगार है।
4, 13, 22, 31 तारीख को जन्म लेने वाले
महीने की 4, 13, 22 या 31 तारीख को जन्मे बच्चे राहु के प्रभाव में होते हैं। राहु रहस्यमयी और गहन सोच का कारक है। इन बच्चों के लिए गहरा नीला रंग का पेन चुनना चाहिए। गहरा नीला रंग एकाग्रता को गहरा करता है और बच्चों को जटिल समस्याओं को हल करने में मदद करता है। यह रंग रचनात्मक लेखन और कला से संबंधित विषयों में भी सहायक है।
महीने की 5, 14, 23 तारीख को जन्मे लोग
महीने की 5, 14 या 23 तारीख को जन्मे बच्चे बुध के प्रभाव में होते हैं, जो बुद्धि और संचार का ग्रह है। इन बच्चों के लिए हरा रंग के पेन को सबसे अच्छा माना जाता है। दरअसल हरा रंग बुध ग्रह का होता है और मानसिक संतुलन बनाए रखता है व सीखने की प्रक्रिया को बढ़ाता है। यह रंग विशेष रूप से भाषा, वाणिज्य और तकनीकी विषयों में पढ़ाई के लिए लाभकारी है।
जिनका जन्म 6, 15, 24 तारीख को हुआ हो
महीने की 6, 15 या 24 तारीख को जन्मे बच्चे शुक्र के प्रभाव में होते हैं, जो रचनात्मकता और सौंदर्य का प्रतीक है। इन बच्चों के लिए गुलाबी या हल्का बैंगनी रंग का पेन उपयुक्त है। ये रंग बच्चों की रचनात्मकता को बढ़ाते हैं और कला, साहित्य या डिजाइन जैसे विषयों में उनकी रुचि को प्रोत्साहित करते हैं। गुलाबी रंग तनाव को कम करता है और पढ़ाई को आनंददायक बनाता है।
महीने की 7, 16, 25 जन्म लेने वाले लोग
महीने की 7, 16 या 25 तारीख को जन्मे बच्चे केतु के प्रभाव में होते हैं। यह ग्रह आध्यात्मिकता और गहन चिंतन का कारक है। इन बच्चों को भूरा या ग्रे रंग का पेन चुनना चाहिए। ये रंग शांत और गंभीर माहौल बनाते हैं, जो गहन अध्ययन और शोध के लिए उपयुक्त है। यह रंग इतिहास, दर्शन या विज्ञान जैसे विषयों में मददगार है।
महीने की 8, 17, 26 तारीख वाले बच्चे
महीने की 8, 17 या 26 तारीख को जन्मे बच्चे शनि के प्रभाव में होते हैं, जो अनुशासन और मेहनत का प्रतीक है। इन बच्चों के लिए काला रंग का पेन सबसे अच्छा है। काला रंग एकाग्रता और अनुशासन को बढ़ाता है, जिससे बच्चे लंबे समय तक पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। यह रंग तकनीकी और इंजीनियरिंग जैसे कठिन विषयों में सहायक है।
महीने की 9, 18, 27 तारीख को जन्मे लोग
महीने की 9, 18 या 27 तारीख को जन्मे बच्चे मंगल के प्रभाव में होते हैं, जो ऊर्जा और साहस का कारक है। इन बच्चों के लिए गहरा लाल रंग का पेन चुनना चाहिए। यह रंग बच्चों में जोश और आत्मविश्वास जगाता है, जिससे वे कठिन विषयों को भी आसानी से समझ सकते हैं। यह रंग खेल, शारीरिक शिक्षा और विज्ञान जैसे विषयों में लाभकारी है।
रंगों का मनोवैज्ञानिक प्रभाव
रंगों का मनोवैज्ञानिक प्रभाव भी बच्चों की पढ़ाई पर गहरा असर डालता है। जैसे हरा और नीला रंग मन को शांत करते हैं, जिससे बच्चे तनावमुक्त होकर पढ़ाई पर ध्यान दे सकते हैं। वहीं, लाल और नारंगी जैसे चटकीले रंग मस्तिष्क को उत्तेजित करते हैं, जिससे बच्चे अधिक सक्रिय और उत्साहित रहते हैं। पीला रंग रचनात्मकता और सकारात्मकता को बढ़ाता है, जो नोट्स बनाने और नए विचारों को समझने में मदद करता है। ज्योतिष के साथ-साथ विज्ञान भी इस बात की पुष्टि करता है कि सही रंग का चयन मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बेहतर बनाता है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी अंकज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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