शनिवार 15 मार्च, 2025 को दोपहर में 12 बजकर 15 मिनट पर बुध वक्री होकर उल्टी चाल रहे हैं। बुध का वक्री होना ज्योतिष शास्त्र में अच्छा नहीं माना जाता है, क्योंकि वे जीवन के बेहद व्यावहारिक पहलुओं के स्वामी और नियंत्रक ग्रह है। वैदिक ज्योतिष में बुध को ग्रहों का राजकुमार कहा गया है और उनको बुद्धि, विवेक, व्यापार और संचार का देवता ग्रह बनाया गया है। बुध के वक्री होने से जीवन के इन सभी पक्षों पर व्यापक असर होता है।
वक्री बुध का राशियों पर असर
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध मिथुन और कन्या राशि के स्वामी हैं। उनके वक्री होने से सबसे अधिक असर इन दोनों राशियों के जातकों पर पड़ने की आशंका है। लेकिन इनके साथ ही कई दूसरी राशियों पर बुध की उल्टी चाल चलने से नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। आइए जानते हैं, ये राशियां कौन-सी हैं, जिन पर संकट के बादल छा सकते हैं और इनके कारोबार और करियर नेगेटिव असर होने की आशंका है?
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मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों को करियर में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। कार्यक्षेत्र में प्रदर्शन में गिरावट आ सकती है, जिससे असंतोष की भावना पैदा हो सकती है। व्यापारियों को लेन-देन में नुकसान की संभावना है। आय के स्रोत सीमित हो सकते हैं, जिससे धन संचय में कठिनाई हो सकती है। आकस्मिक खर्चों में वृद्धि हो सकती है, जिससे आर्थिक संतुलन बिगड़ सकता है। इसलिए, खर्चों को नियंत्रित रखना और बचत पर ध्यान देना जरूरी है। मानसिक तनाव और चिंता में वृद्धि की संभावना है। पुरानी बीमारियां फिर से उभर सकती हैं। रिश्तों में मनमुटाव से तनाव बढ़ेगा।
कन्या राशि
बुध के वक्री होने से कन्या राशि के जातकों के जीवन में भी कुछ उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। नौकरी में असंतोष की स्थिति बन सकती है। कार्यक्षेत्र में सहकर्मियों या वरिष्ठों से मतभेद हो सकते हैं। व्यापारियों को नुकसान की संभावना है। मौजूदा कारोबार में सावधानी और योजनाबद्ध तरीके से काम करना जरूरी है, वरना धन की बचत में कठिनाई हो सकती है और खर्चों में वृद्धि की संभावना है। आर्थिक निर्णय लेते समय सतर्कता बरतनी चाहिए। अनावश्यक खर्चों से बचें और बजट बनाकर चलें। सिरदर्द और मानसिक तनाव बढ़ सकता है। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही न बरतें।
मीन राशि
बुध के वक्री होने से मीन राशि के जातकों के जीवन में भी कुछ चुनौतियां आ सकती हैं। कार्यक्षेत्र में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। नौकरी में आपके परफॉरमेंस से असंतोष हो सकता है। व्यापार में असफलता की संभावना है, इसलिए नए प्रोजेक्ट्स शुरू करने से पहले अच्छी तरह सोच-विचार कर लें। आय के स्रोत सीमित हो सकते हैं और अनावश्यक खर्चों में वृद्धि होने से आर्थिक परेशानी बढ़ सकती है। पेट संबंधी समस्याएं और मानसिक तनाव की संभावना है। स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहना जरूरी है।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।