Kalashtami 2025: हर महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को कालाष्टमी मनाई जाती है। वैशाख माह में कृष्ण पक्ष की अष्टमी 20 अप्रैल की शाम 7 बजे से शुरू होकर 21 अप्रैल तक रहेगी। द्रिक पंचांग के अनुसार कालाष्टमी 20 अप्रैल को मनाई जाएगी। इस दिन भगवान काल भैरव को पूजन किया जाता है। भगवान काल भैरव को शिव का उग्र स्वरूप माना जाता है।
माना जाता है कि कालभैरव का पूजन हर प्रकार के सुख को प्रदान करने में सक्षम होता है। काल भैरव को प्रसन्न करने के लिए आप कालाष्टमी के दिन राशि के अनुसार कुछ उपायों को कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि आप इस दिन राशि के अनुसार किन उपायों को करें।
राशि के अनुसार करें ये उपाय
मेष राशि- लाल फूल, इमरती या गुड़ से बनी मिठाई काल भैरव को अर्पित करें।
वृषभ राशि- भगवान काल भैरव को सफेद मिठाई जैसे रबड़ी या पेड़ा अर्पित करें। इसके साथ ही सफेद कुत्ते को रोटी खिलाएं।
मिथुन राशि – 8 साबुत लौंग भैरव बाबा को अर्पित करें। इसके बाद इन लौंगों को हमेशा अपने पास रखें।
कर्क राशि- चावल, दूध और मिश्री से बनी खीर रात के समय काल भैरव को अर्पित करें। इस प्रसाद को कुत्तों को भी खिलाएं।
सिंह राशि- भगवान काल भैरव के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाएं और भैरव चालीसा का पाठ करें।
कन्या राशि- पुराने तांबे के सिक्के या तांबे के बर्तन में जल भरकर भैरव मंदिर में चढ़ाएं।
तुला राशि- भगवान भैरव के मंदिर में सुगंधित धूपबत्ती जलाएं और प्रभु को काले तिल व नारियल अर्पित करें।
वृश्चिक राशि- रोटी में सरसों का तेल लगाकर काले कुत्ते को खिलाएं और भैरव मंत्र का जाप करें।
धनु राशि- काल भैरव को पीले रंग की मिठाई और गुड़ का भोग लगाएं। भैरव स्तोत्र का पाठ करें।
मकर राशि- सरसों के तेल का दीपक काले तिल डालकर भैरव बाबा के सामने प्रज्ज्वलित करें। इसके साथ ही उबली हुई उड़द की दाल कुत्ते को खिलाएं।
कुंभ राशि- लोहे की कील या कोई छोटा सा औजार भैरव मंदिर में दान दें।
मीन राशि- सफेद मिठाई और इत्र भैरव बाबा को अर्पित करें। इसके साथ ही ‘ॐ कालभैरवाय नमः’ मंत्र का जाप करें।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्रों की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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