नई दिल्ली: अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी और उनके सीनियर एडवाइजर्स पर लाखों डॉलर कैश लेकर देश छोड़कर भागने के आरोपों को अमेरिकी रिपोर्ट में झूठा बताया गया है। अफगानिस्तान पर अमेरिकी सरकार के निगरानी प्राधिकरण (oversight authority) की एक नई रिपोर्ट में ये दावा किया गया है।
अफगानिस्तान पुनर्निर्माण के लिए विशेष महानिरीक्षक (SIGAR) की ओर से प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि काबुल में पिछले साल अगस्त में तालिबानियों का कब्जा हो गया था। इसके बाद अशरफ गनी भाग निकले थे। उनके जाने के बाद आरोप लगाया गया था कि वो अपने सलाहकारों के साथ लाखों डॉलर कैश लेकर भागे हैं।
गनी जब देश छोड़ रहे थे तो उनके पैरों में चप्पल तक नहीं था: रिपोर्ट
‘अफगानिस्तान से धन की चोरी’ नाम से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, अफगान के अधिकारियों में से एक ने बताया कि जब अशरफ गनी देश छोड़ रहे थे तब उनके पैरों में चप्पल तक नहीं था। इस दौरान राष्ट्रपति सुरक्षा सेवा के चीफ जनरल कहेर कोचाई गनी के जूते ढूंढ रहे थे। रिपोर्ट में राष्ट्रपति गनी और अफगान के पूर्व सीनियर अधिकारियों पर लगाए गए आरोपों का आकलन किया गया है।
महल से कैश लेकर गनी के हेलीकॉप्टरों में रखा गया था
आकलन में यह पाया गया कि कुछ कैश महल से जरूर लिया गया था जिसे राष्ट्रपति गनी के हेलीकॉप्टरों में रखा गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, हेलीकॉप्टरों में रखे गए कैश का आंकड़ा 1 मिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक नहीं था। रिपोर्ट में कहा गया है कि इसमें से कुछ या पूरा पैसा राष्ट्रपति गनी या संयुक्त अरब अमीरात की सरकार का था।
गनी के वकीलों ने किसी भी तरह के जांच का किया स्वागत
उधर, भ्रष्टाचार के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए अशरफ गनी के वकील ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति को अफगानिस्तान के राष्ट्रपति के रूप में अपने कार्यकाल पर बहुत गर्व है। उन्होंने कहा कि गनी के कार्यकाल के दौरान जवाबदेही और पारदर्शिता में उल्लेखनीय और व्यवस्थित रूप से वृद्धि हुई है। वकील ने कहा कि राष्ट्रपति गनी अपने कार्यकाल के दौरान अफगान सरकार की पूर्ण और व्यापक जांच का स्वागत करते हैं।