कतर में टेक महिंद्रा के कंट्री हेड अमित गुप्ता कथित तौर पर डेटा चोरी मामले में 1 जनवरी से हिरासत में हैं। उनके परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि अमित को कतर में अधिकारियों ने 1 जनवरी को अरेस्ट किया था। उनकी मां पुष्पा गुप्ता ने वडोदरा में इसकी जानकारी मीडिया को दी तो मामले का खुलासा हुआ। गुप्ता के पिता ने कहा कि उन्हें कतर राज्य सुरक्षा पुलिस द्वारा अरेस्ट किया गया है।
डेटा चोरी का आरोप
गुप्ता के परिवार ने कहा कि वे निर्दोष हैं। उन पर डेटा चोरी का आरोप झूठा लगाया गया है। वे उनकी रिहाई की मांग कर रहे हैं और पीएमओ से हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं। गुप्ता की मां ने कहा कि वह कतर गई थी, जहां वह भारतीय राजदूत से मिली थीं। हालांकि उनको लेकर अभी तक कोई पुख्ता जानकारी दूतावास की ओर से सामने नहीं आई है।
बीजेपी सांसद हेमंग जोशी ने बताया कि वडोदरा निवासी गुप्ता पिछले 10 सालों से कतर में टेक महिंद्रा के लिए काम कर रहे हैं। उन्हें कतर के सुरक्षाकर्मियों ने हिरासत में लिया है। बीजेपी सांसद ने कहा कि उनके माता-पिता कतर गए थे, लेकिन वे उनसे मिल पाने में सफल नहीं हुए।
ये भी पढ़ेंः US की पहली अश्वेत कांग्रेस वुमन, 49 साल की उम्र में ब्रेन कैंसर से हारी जिंदगी की जंग; कौन थीं मिया लव?
जानें कौन हैं अमित गुप्ता?
गुजरात के वडोदरा में जन्मे अमित गुप्ता की शुरुआती पढ़ाई सेंट पाॅल बोर्डिंग स्कूल, कोलकाता और डाॅन बाॅस्को हाई स्कूल में अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी की। इसके बाद जयपुर के मालवीय नगर स्थित राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान से कंम्प्यूटर विज्ञान में बीटेक की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली के अंतर्राष्ट्रीय प्रबंधन संस्थान से एमबीए किया। करियर की शुरुआत इमैजिनेटिव टेक्नोलाॅजीज में शुरू हुआ। जहां उन्होंने एक साल तक बिजनेस एसोसिएट के तौर पर काम किया। 2007 में वे इंफोसिस के असिस्टेंट मैनेजर बने।
2013 में वे दोहा चले गए और टेक महिंद्रा से जुड़ गए। अप्रैल 2022 में वे टेक महिंद्रा के कतर और कुवैत के हेड बन गए। अब उन्हें पिछले तीन महीनों से कतर की जेल में रखा गया है। उन पर डेटा चोरी का आरोप है, जिसे उनके परिवार ने नकार दिया है।
ये भी पढ़ेंः इजराइल की एयर स्ट्राइक में हमास का एक और नेता ढेर, गाजा में अब तक हुई कितनी मौत?