अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच फोन पर बातचीत हुई है. इस बातचीत के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि मैंने अभी-अभी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ एक बेहद उपयोगी बातचीत पूरी की है. हमने व्यापार, फेंटेनाइल, रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को समाप्त करने की आवश्यकता और टिकटॉक सौदे को मंज़ूरी सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की है.
उन्होंने लिखा कि मैं राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ इस बात पर भी सहमत हूं कि हम दक्षिण कोरिया में होने वाले APEC शिखर सम्मेलन में मिलेंगे. मैं अगले साल की शुरुआत में चीन जाऊंगा और राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी अमेरिका आएंगे. बातचीत बहुत अच्छी रही, हम फिर से फोन पर बात करेंगे. टिकटॉक को मंज़ूरी मिलने की सराहना करता हूं और हम दोनों APEC में मिलने के लिए उत्सुक हैं!
दोनों देशों के नेताओं के बीच तनाव के बाद तीन महीने में पहली बार हुई बातचीत हुई है, उम्मीद जताई जा रही है कि दोनों नेताओं के बीच तनाव कम हो सकता है.
सत्ता में आने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर बड़े पैमाने पर टैरिफ लगा दिया था, जवाब में चीन ने भी टैरिफ लगा दिया था. दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गए थे. इस विवाद का बाद दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों के बीच ये दूसरी बातचीत हुई है. ट्रंप ने बीजिंग के साथ व्यापार समझौतों पर बातचीत करने की इच्छा जताई, उन्होंने बताया कि टिकटॉक को लेकर ही पॉजिटिव बातचीत चल रही है.
जून में चीन द्वारा स्मार्टफोन से लेकर लड़ाकू विमानों तक में इस्तेमाल होने वाले कारकों के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था, यह फैसला तब लिया गया था जब ट्रंप और जिनपिंग के बीच दूरियां आ गई थीं, और दोनों देश के दूसरे के खिलाफ कड़े और बड़े फैसले ले रहे थे. हालांकि इसके बाद ट्रंप और जिनपिंग के बीच बातचीत हुई थी और फिर रिश्तों में थोड़ी नरमाहट देखी गई थी.
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इससे ट्रंप ने गुरुवार को कहा कि चीन के साथ उनके रिश्ते बहुत अच्छे हैं, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि अगर यूरोपीय देश चीन पर ज्यादा टैरिफ लगा दें तो यूक्रेन में रूस का युद्ध खत्म हो सकता है। ट्रंप ने यह नहीं बताया कि क्या वह मास्को से तेल खरीदने के कारण बीजिंग पर टैरिफ बढ़ाने की योजना बना रहे हैं. बता दें कि ट्रंप ने रूस के साथ तेल कारोबार जारी रखने के कारण 25प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाया हुआ है.