UK MP’s Angry On PM Rishi Sunak In G-20 Declaration PM Modi: जी-20 सम्मेलन में भाग लेने भारत आए ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक को अब अपने ही देश में विरोध का सामना करना पड़ रहा है। हाउस ऑफ काॅमस के सांसद उनकी जमकर आलोचना कर रहे हैं। सांसदों ने कहा कि ब्रिटेन के पीएम जी-20 घोषणा पत्र में रूस के खिलाफ सख्त शब्दों को शामिल क्याें नहीं करा पाए। इतना ही नहीं यूके को ऐतिहासिक आर्थिक समझौते से बाहर रखा गया। इसके अलावा सांसदों ने पूछा कि क्या ब्रिटिश पीएम अपने समकक्ष भारतीय पीएम से स्काॅटिश सिख जगतार सिंह की रिहाई को सुनिश्चित करा पाए। इसके साथ ही भारत के रूसी तेल खरीद से जुड़े सवाल भी नहीं उठाने पर सवाल खड़े किए गए।
विदेशी मामलों की गलत समझ
विपक्षी सांसदों को ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि यह जी-7 या जी-1 नहीं है इसलिए यह हम पर निर्भर नहीं करता है कि वह केवल वहीं लिखे जो हम सुनना चाहते हैं या हमें पंसद हो। उन्होंने आगे कहा कि यूक्रेन पर हमारी स्थिति बिल्कुल स्पष्ट है। सुनक ने कहा कि जी-20 एक बड़ा समुह है जहां कई देश शामिल है जो वैश्विक समस्याओं पर अलग-अलग राय रखते हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी की ऐसी समझ है तो फिर मैं मानता हूं उसे विदेशी मामलों की गलत समझ है। वहीं कंजर्वेटिव सांसद रहमान चिश्ती ने कहा कि भारत उन 44 गुटनिरपेक्ष देशों में से एक है जो रूस के खिलाफ प्रतिबंधों का समर्थन नहीं कर रहा है।
मोदी ने रूस की निंदा क्याें नहीं की?
उन्होंने कहा कि भारत रूस से तेल लेता है और फिर उसे रिफाइन कर यूरोप में बेच देता है। इस पर सुनक ने कहा कि हम सभी देशों से रूस पर प्रतिबंध लगाने और दूसरों के नेतृत्व का पालन कराने का आग्रह करते हैं। हर देश अपने तरीके से इस पर विचार करता है। सुनक ने कहा कि उन्होंने स्काॅटिश सिख की रिहाई का मामला मोदी के सामने उठाया था। वहीं लेबर सांसद बैरी शेरमन ने पूछा कि क्या सुनक ने मोदी से यूक्रेन पर आक्रमण के लिए रूस की निंदा क्यों नहीं की? भारत में ईसाइयों और मुसलमानों के उत्पीड़न का मुद्दा उठाया या नहीं? इस पर सुनक ने कहा कि मैंने पीएम मोदी के साथ कई मुद्दों पर चर्चा की है।