इजरायली प्रधानमंत्री ने रविवार को 3 देशों कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन द्वारा फिलिस्तीन को मान्यता देने के बाद अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है. उन्होंने मजबूती के साथ कहा है कि जल्द ही दुनिया हमारी इस बात को सुनेगी और हमास को अपने राज्य के विस्तार को रोकना होगा. नेतन्याहू का कहना है कि ऐसा करके सिर्फ आतंकवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है. यह इजरायल के अस्तित्व के लिए भी खतरा है.
ट्रंप से मुलाकात के बाद आ सकती है प्रतिक्रिया
इजरायली पीएम ने अपनी साप्ताहिक बैठक में वार्ता करते हुए कहा कि उन देशों के लिए चुनौतीपूर्ण स्थिति है. वे उसकी निंदा करते हैं और जल्द फिलिस्तीनी राज्यों की स्थापना के प्रयासों को खारिज करेंगे. हालांकि, उन्होंने इस पर अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है.
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माना जा रहा है कि ट्रंप से मुलाकात के बाद नेतन्याहू कोई फैसला ले सकते हैं. उन्होंने अपनी किसी योजना के बारे में भी सार्वजनिक रूप से कुछ नहीं कहा है. उनका कहना है कि दुनिया आने वाले दिनों में इस मामले पर विचार करेगी और हमारी बात सुनेगी. ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने एक वीडियो संदेश में अगले हफ्ते ट्रंप से मुलाकात की बात कही है. इस बैठक के बाद इजरायली पीएम की प्रतिक्रिया आ सकती है.
चुप नहीं बैठेगा इजरायल
भले ही इजरायल की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं की गई हो मगर वे जॉर्डन नदी के पश्चिमी भाग में राज्य नहीं बनने देंगे. नेतन्याहू ने कहा है कि इस फैसले पर इजरायल की प्रतिक्रिया होगी, लेकिन यह प्रतिक्रिया किस तरह की होगी, वह बाद में बताएंगे. इजरायल के विदेश मंत्री ने भी इस फैसले की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि यह फैसला जिहादी हमास के लिए इनाम होगा, जो यूके में मुस्लिम ब्रदरहुड से संबधित लोगों को प्रोत्साहित करेगा.
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