Bangladesh Train Accident Averted: बांग्लादेश में मंगलवार को एक ट्रेन हादसे का शिकार होते-होते बच गई। अगर 200 गज और ट्रेन आगे बढ़ गई होती तो 300 यात्रियों की जिंदगी खतरे में पड़ जाती। क्या है पूरा मामला, आइए जानते हैं…
रेलवे पटरियों को स्लीपरों के साथ बांधने वाले हुक हटाए
दरअसल, उत्तरी नेट्रोकोना जिले में कुछ शरारती तत्वों ने स्लीपरों के साथ रेलवे पटरियों को बांधने वाले हुक हटा दिए थे। अधिकारियों के मुताबिक, 14 स्लीपरों पर लगी 28 कीलों को हटा दिया गया है। यह घटना सात जनवरी को होने वाले आम चुनाव से पहले ट्रेन में तोड़फोड़ होने की घटनाओं से जुड़ी हो सकती है। मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी ने ऐसी घटनाओं का बहिष्कार किया है।
Ahead of general elections in Bangladesh, the main opposition party says millions of its members are on the run amid a government crackdown on dissent, even though none of them are on the ballot https://t.co/Hw2HOVxfBJ pic.twitter.com/2s6uL3SR0C
---विज्ञापन---— Reuters (@Reuters) January 2, 2024
रेलवे के अधिकारी ने दी मामले की जानकारी
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि उत्तरी नेट्रोकोना जिले (Netrokona district) के पुरबाधला इलाके (Purbadhala area) में 300 यात्रियों को लेकर आ रही ट्रेन दुर्घटना का शिकार होने से बाल-बाल बच गई। लोकोमोटिव मास्टर क्षतिग्रस्त पुल से सिर्फ 200 गज की दूरी पर ट्रेन को रोकने में कामयाब रहे। फिलहाल, दोषियों को पकड़ने के लिए जांच शुरू कर दी गई है।
पीएम हसीना का इस्तीफा चाहता है विपक्ष
बता दें कि विपक्ष पीएम हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहा है। इसे लेकर 19 दिसंबर से देशव्यापी हड़ताल हो रही है। इस दौरान एक ट्रेन में आग लगा दी गई, जिसमें एक बच्चे समेत चार लोगों की मौत हो गई।
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रेलवे ट्रैक को उखाड़ने से एक यात्री की मौत
दिसंबर की शुरुआत में ढाका के बाहरी इलाके गाजीपुर में सात गाड़ियों के पटरी से उतर जाने के बाद तोड़फोड़ करने वालों ने रेलवे ट्रैक को उखाड़ दिया था, जिससे एक यात्री की मौत हो गई और कई घायल हो गए।
रेलवे पटरियों की निगरानी के लिए सशस्त्र बल तैनात
बांग्लादेश की सरकार ने देशभर में रेलवे पटरियों पर निगरानी रखने के लिए सशस्त्र बलों को तैनात किया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले तीन महीनों में राजनीतिक हिंसा में बसों और ट्रकों समेत कई वाहनों में आग लगा दी गई, जिससे दो पुलिस अधिकारियों समेत 16 लोगों की मौत हो गई, जबकि हजारों लोग घायल हो गए।
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