Telegram CEO Pavel Durov News: टेलीग्राम के संस्थापक पावेल दुरोव के बारे में एक नई जानकारी निकलकर सामने आई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक पावेल दुरोव के 100 से ज्यादा बच्चे हैं। हालांकि वह इन बच्चों के आधिकारिक तौर पर जैविक पिता नहीं है, लेकिन वह लंबे समय से अज्ञात तौर पर स्पर्म डोनेट करते रहे हैं। पावेल दुरोव को हाल ही में फ्रांस से गिरफ्तार किया गया है। पावेल का दावा है कि उन्होंने स्पर्म डोनेशन के जरिए 100 से ज्यादा बच्चे पैदा किए हैं।
हाल ही में टेलीग्राम के संस्थापक की गिरफ्तारी के लिए अरेस्ट वारंट जारी किया गया था। उन पर नाबालिगों के खिलाफ हिंसा को रोक पाने में असफल रहने का आरोप था। इसके साथ ही फ्रांस में नाबालिगों के खिलाफ हिंसा के मामले पर गठित एक्सपर्ट की एजेंसी ने दुरोव पर आपराधिक गतिविधियों को न रोक पाने का आरोप लगाया था। एजेंसी का आरोप है कि टेलीग्राम पर ड्रग ट्रैफिकिंग होती है, इसके साथ ही टेररिज्म और फ्राड की गतिविधियां भी अंजाम दी जाती हैं।
रूस में जन्में 39 वर्षीय दुरोव अपनी पर्सनल लाइफ को सुर्खियों से बचाकर रखते हैं। हालांकि पब्लिक स्पेस में जो जानकारियां हैं, उनके मुताबिक दुरोव ने कभी शादी नहीं की और अकेले रहते हैं। हालांकि फ्रांस में गिरफ्तारी के दौरान उनके साथ एक युवा महिला के होने की जानकारी भी सामने आई है, जिसे उनकी गर्लफ्रेंड कहा जा रहा है। दुरोव ने कहा कि अज्ञात स्पर्म डोनर होने के चलते उनके 100 से ज्यादा बच्चे हैं। बहुत सारे देशों में गुप्त रूप से स्पर्म डोनेट करना एक विवादित विषय है।
जुलाई महीने में टेलीग्राम पर दुरोव ने लिखा था कि स्पर्म डोनेट करने का रिस्क है। लेकिन डोनर होने के फैसले का मुझे कोई पश्चाताप नहीं है। स्वस्थ स्पर्म की कमी दुनिया भर में एक मुद्दा है और मुझे गर्व है कि मैंने इस समस्या के निदान में अपना योगदान दिया।
स्पर्म डोनर क्यों बने पावेल दुरोव
स्पर्म डोनर बनने के अपने फैसले के बारे में पावेल दुरोव ने कहा कि क्लिनिक के बॉस ने उनसे कहा था कि हाई क्वालिटी डोनर मैटेरियल की कमी है। इसके बाद मैंने स्पर्म डोनर बनने का फैसला लिया और इस तरह मैंने गुप्त तरीके से लोगों की मदद की।
12 देशों में 100 से ज्यादा बच्चे
दुरोव ने कहा कि अब तक उनके द्वारा डोनेट किए गए स्पर्म से 12 देशों में 100 से ज्यादा बच्चे पैदा हो चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि एक आईवीएफ क्लिनिक में उनका स्पर्म अभी भी उपलब्ध है।
टेलीग्राम संस्थापक का कहना है कि वह अपना डीएनए ओपन सोर्स करना चाहते हैं, ताकि उनके बॉयोलॉजिकल बच्चे एक दूसरे की पहचान कर सकें।