New species of Human: चीन के अनहुई प्रांत में हुआलोंगडोंग खुदाई स्थल के पास 3 लाख साल पहले रहने वाले एक बच्चे की प्राचीन खोपड़ी मिली है। वैज्ञानिकों का मानना है कि उन्होंने मानव की एक नई प्रजाति की पहचान की है। जीवाश्म अवशेषों में जबड़ा और पैर की हड्डियां भी शामिल हैं। चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज (CAS) के विशेषज्ञों का कहना है कि अवशेषों से पता चलता है कि बच्चे की उम्र 12 या 13 साल की रही होगी।
डेली मेल के मुताबिक, अवशेष सबसे अधिक प्राचीनता को दर्शाते हैं, लेकिन चेहरे की विशेषताएं आधुनिक मनुष्यों से अधिक मिलती-जुलती हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि उन्होंने होमिनिन की एक पूरी तरह से नई वंशावली का पता लगाया है। इसी वंशावली से आधुनिक मानवों का जन्म हुआ है।
नई वंशावली का खुलासा
वैज्ञानिकों का कहना है कि जिस बच्चे का अवशेष मिला है, वह होमो इरेक्टस वंश का था। इससे पता चलता है कि वह होमो सेपियन्स, डेनिसोवन वंश, और एशिया में होमिनिन फैमिली ट्री की यह तीसरी कड़ी थी जो ‘फ़ाइलोजेनेटिक रूप से हमारे करीब’ थी।
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New species of Human
तब इंसानों में नहीं थी ठुड्डी
जीवाश्म की खोपड़ी और जबड़े के बरामद टुकड़ों का उपयोग करके, टीम यह समझने की कोशिश कर रही है कि इस व्यक्ति का चेहरा आधुनिक मानव जैसा दिखता था। हालांकि ठुड्डी नहीं थी। इसके चलते उसके लक्षण डेनिसोवन से मिलते-जुलते हैं। एक तरह से यह एशिया की प्राचीन काल की एक विलुप्त प्राजाति है।
पहली बार रिकॉर्ड में नहीं आए अवशेष
शोधकर्ता इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि उन्होंने एशिया में होमिनिन की एक पूरी तरह से नई वंशावली का खुलासा किया है। संभवत यूरोप और पश्चिमी एशिया में निएंडरथल अवशेषों के जीनोमिक अध्ययनों से बल मिला है, जिसमें होमिनिन की चौथी वंशावली के डीएनए प्रमाण मिले हैं। यह खोज इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यूरोप और पश्चिमी एशिया में निएंडरथल अवशेषों पर पिछले अध्ययनों में मध्य से अंतिम प्लेइस्टोसिन में रहने वाले होमिनिन के चौथे वंश के प्रमाण मिले हैं। हालांकि, इस लापता समूह की जीवाश्म रिकॉर्ड में कभी भी आधिकारिक तौर पर पहचान नहीं की गई है।
चीन में होमो सेपियंस सवा लाख पहले पैदा हुए
चीन में होमो सेपियन्स लगभग 1 लाख 20 हजार साल पहले ही पैदा हुए थे। लेकिन इस नए शोध से पता चलता है कि हमारी आधुनिक विशेषताएं पूर्वी एशियाई क्षेत्र में इससे कहीं अधिक समय तक मौजूद थीं। शोधकर्ताओं का मानना है कि ऐसा हो सकता है कि होमो सेपियन्स और निएंडरथल के अंतिम सामान्य पूर्वज दक्षिण-पश्चिम एशिया में उत्पन्न हुए और बाद में सभी महाद्वीपों में फैल गए। नया अध्ययन जर्नल ऑफ ह्यूमन इवोल्यूशन में प्रकाशित हुआ था।
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ऐसी है मानव विकास की टाइमलाइन
55 मिलियन वर्ष पहले – पहले आदिम प्राइमेट विकसित हुए।
15 मिलियन वर्ष पहले – होमिनिडे (वानर) गिब्बन के पूर्वजों से विकसित हुए।
7 मिलियन वर्ष पहले – पहला गोरिल्ला विकसित हुआ। बाद में चिम्पांजी और मानव वंश अलग-अलग हो गए।
5.5 मिलियन वर्ष पहले – आदि मानव सामने आए। जिनके लक्षण चिम्पांजी और गोरिल्ला के समान थे।
4 मिलियन वर्ष पहले – मानवों की तरह वानर (ऑस्ट्रेलोपिथेसीन) का आविर्भाव हुआ। उनके पास चिंपांजी से बड़ा दिमाग नहीं था, लेकिन अन्य मानव जैसी विशेषताएं थीं।
3.9-2.9 मिलियन वर्ष पहले – आस्ट्रेलोइपिथेकस एफरेन्सिस अफ्रीका में रहते थे।
2.7 मिलियन वर्ष पहले – पैरेन्थ्रोपस, जंगल में रहते थे और उसके पास चबाने के लिए विशाल जबड़े थे।
2.6 मिलियन वर्ष पहले – हाथ की कुल्हाड़ी, पहला प्रमुख तकनीकी हथियार बनीं।
2.3 मिलियन वर्ष पहले – माना जाता है कि होमो हैबिलिस पहली बार अफ्रीका में प्रकट हुआ था।
1.85 मिलियन वर्ष पहले – पहला आधुनिक हाथ सामने आया।
1.8 मिलियन वर्ष पहले – होमो एर्गस्टर जीवाश्म रिकॉर्ड में दिखाई देने लगा।
800,000 साल पहले – मानवों ने आग की खोज की। मस्तिष्क का आकार तेजी से बढ़ा।
400,000 साल पहले – निएंडरथल पहली बार यूरोप और एशिया में दिखाई देने लगे। इनका अलग-अलग जगहों पर फैलाव हुआ।
300,000 से 200,000 साल पहले – होमो सेपियन्स (आधुनिक मानव) अफ्रीका में दिखाई देते थे।
54,000 से 40,000 वर्ष पूर्व – आधुनिक मानव यूरोप पहुंचे।
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