रूसी राष्ट्रपति पुतिन इन दिनों तुर्की यात्रा पर हैं। 16 दिसंबर को तुर्की यात्रा के दौरान दिए बयान में पुतिन ने EU नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि वे पश्चिमी के देश सिर्फ प्रचार के एजेंट हैं। यह बयान मॉस्को की निराशा को दर्शाता है, क्योंकि यूक्रेन युद्ध में EU के 1 लाख करोड़ Euro से अधिक के युक्रेन को दिए गए सहायता से रूस के जंग में जीत के प्रयास अबतक विफल हो रहे हैं।
उधर, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने चेतावनी दी है कि रूस 2026 को युद्ध का साल मान रहा है। उन्होंने अमेरिका समेत पश्चिमी साझेदारों से अपील की कि मॉस्को दरअसल कूटनीति को कमजोर कर युक्रेन की और ज्यादा भूमि हथियाने की साजिश रच रहा है। जेलेंस्की ने कहा कि यह खतरा यूक्रेन तक सीमित नहीं, बल्कि पूरे पश्चिमी सुरक्षा के लिए है। उन्होंने मांग की कि NATO को इस पर एकजुट प्रतिक्रिया देने की जरुरत है।
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बता दें कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूरोपीय नेताओं पर जमकर निशाना साधा। बुधवार को यूरोपीय नेताओं को पिग्लेट्स कहकर मजाक उड़ाया। साथ ही चेतावनी दी कि अगर कीव और उसके पश्चिमी समर्थक अमेरिका समर्थित शांति प्रस्तावों पर बातचीत नहीं करेंगे, तो मॉस्को बलपूर्वक यूक्रेन के और क्षेत्र जब्त कर लेगा। पुतिन ने टिप्पणी रक्षा मंत्रालय की सालाना बैठक में की है।
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दरअसल, रूस में रक्षा मंत्रालय की वार्षिक बैठक हुई थी। राष्ट्रपति पुतिन ने इसी बैठक में भाग लिया था। पुतिन ने पश्चिमी देशों पर आरोप लगाया कि वे रूस के खिलाफ डर का माहौल जानबूझकर पैदा कर रहे हैं। राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि ये झूठ है, बकवास है। नाटो देशों पर हमले की झूठी अफवाह फैला रहे हैं। रूस का यूरोपीय देशों पर हमले का कोई इरादा नहीं, लेकिन ये जानबूझकर किया जा रहा है।










